सौम्या केसरवानी | Navpravah.com
कुलभूषण जाधव को सुनाई गई फांसी की सजा पर इंटरनैशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (आईसीजे) के स्टे को लेकर पड़ोसी मुल्क जवाबी तैयारी कर रहा है। पाकिस्तानी अखबार डॉन ने देश के अटॉर्नी जनरल अश्तर औसाफ के हवाले से आज बताया कि, ‘हमने अपनी सिफारिशें प्रधानमंत्री कार्यालय और विदेश कार्यालय को भेज दी हैं।’
सिफारिशों में इस बारे में रणनीति को रेखांकित किया गया है कि हेग स्थित आईसीजे में पाकिस्तान किस तरह अपने मामले को रख सकता है, औसाफ ने कहा कि सभी कदमों और विकल्पों को गोपनीय रखना आवश्यक है।
पाकिस्तानी विदेश विभाग और कानूनी विभाग के अधिकारियों के साथ दो दिन से मैराथन बैठकें कर रहे औसाफ द्वारा आईसीजे में पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व किए जाने की उम्मीद है। हालांकि, उन्होंने इस मामले में विदेश से किसी की सेवा लिए जाने की संभावना से भी इनकार नहीं किया है।
वहीं, अंतरराष्ट्रीय कानून के एक एक्सपर्ट ने कहा कि पाकिस्तान 1999 में भारत द्वारा अपने एक विमान को मार गिराए जाने का हवाला देकर आईसीजे के सामने उसके अधिकार क्षेत्र का मुद्दा उठा सकता है। विमान को मार गिराने के मामले में भारत ने इस आधार पर अंतरराष्ट्रीय अदालत के अधिकार क्षेत्र को मानने से इनकार कर दिया था कि वह राष्ट्रमंडल देशों के बीच विवाद के मामलों में सुनवाई नहीं कर सकती।
पिछले साल तीन मार्च को गिरफ्तार किए गए जाधव को ‘जासूसी और विध्वंसक गतिविधियों’ के आरोपों में पाकिस्तानी सैन्य अदालत द्वारा मौत की सजा सुनाई गई थी, भारत ने जाधव पर लगे आरोपों को नकारा है और कहा है कि उनका ईरान से अपहरण किया गया। भारत ने जाधव को सजा सुनाए जाने के फैसले को पलटने के लिए प्रक्रिया शुरू करने की अपील शुरू कर दी है।