न्यूज़ डेस्क । Navpravah.com
सरकार ने चुनाव मे जो वादा किया था, उसे कल से पूरा करने जा रहा है, परिवहन विभाग अब महिलाओं के ड्राइविंग लाइसेंस मुफ्त में बनाएगा। जानकारी के मुताबिक़ आज से यह सुविधा लागू की जायेगी।
वहीं विभाग ने बस ड्राइवरों की मुश्किल बढ़ा दी है, अब उन्हें साल में एक बार अपनी आंखों की जांच करवाना होगी, साथ में आई टेस्ट प्रमाण पत्र अनिवार्य रूप से रखना होगा। परिवहन विभाग ने हाल ही में इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी किया था, इसमें महिलाओं को राहत देने सहित वाहन चालकों, वाहन मालिकों के लिए नए नियम लागू किए गए हैं।
गत वर्ष मार्च में वित्तमंत्री ने महिलाओं को लाइसेंस फीस से छूट देने की घोषणा की थी। यह छूट महिलाओं को पहली बार लाइसेंस के लिए आवेदन देने पर दी जाएगी। आरटीओ एमपी सिंह के मुताबिक, यह छूट लर्निंग व स्थायी दोनों लाइसेंस के आवेदनों पर रहेगी।
वर्तमान में लर्निंग लाइसेंस के लिए 70 रुपए और दो व चार पहिया वाहनों के स्थायी लाइसेंस के लिए 100 रुपए फीस चुकाना होती है। मगर वास्तव में स्थायी लाइसेंस के लिए 300 रुपए वसूले जाते हैं, इसमें स्मार्ट चिप कंपनी द्वारा जारी कार्ड की फीस भी शामिल है।
अब बस ड्राइवरों को अपनी आंखों की वर्ष में एक बार अनिवार्य रूप से जांच करवाना होगी। मान्यता प्राप्त नेत्र विशेषज्ञ का प्रमाण पत्र भी साथ रखना होगा। उसमें इस बात का उल्लेख जरूरी होगा कि वह नेत्र रोगी या रतौंधी से पीडि़त नहीं है।
इन प्रावधानों में भी हुए संशोधन-
(1) लंबी दूरी के सफर को आरामदायक बनाने के लिए पहले 150 किमी से अधिक दूरी के लिए 50 सीटर बसें अनिवार्य थी, अब इस प्रावधान को बदलते हुए अब 75 किमी से अधिक दूरी के लिए 50 सीटर बसें चलाना होंगी।
(2) इसी तरह वाहनों की उम्र को भी कम करते हुए अब 15 वर्ष कर दिया गया है।