आनंद द्विवेदी,
एक ओर जहाँ देश महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराधों की समस्या से जूझ रहा है वहीं, कुछ लोग इसे ईज़ी सेक्स का अड्डा बनाने पर तुले हुए हैं। खासकर मध्य पूर्व और अफ्रीकन मुस्लिम समुदाय के रईस लोग एक महीने की पत्नियां खरीदने आ रहे हैं। इसे एक तरह का सेक्स टूरिज्म माना जाने लगा है।
दक्षिण भारत के शहरों में ये देखने को मिल रहा है कि गरीब मुस्लिम परिवारों का फायदा, स्थानीय देसी, विदेशी एजेंटों के माध्यम से उठाया जा रहा है। काजी लोग भी इसमें मिलीभगत रखते हैं, जो कि एक महीने की पत्नी, एक तरह का कॉन्ट्रैक्ट मैरिज करने के बहाने लड़कियों से शादी करवा रहे हैं। इस्लाम में इसे “मूता मैरिज” कहते हैं।
ऐसे ही एक वाक़ये का शिकार हुई 17 वर्षीय लड़की ने खुलासा किया है कि उसके परिजनों ने सूडान के एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति से महज़ 1 लाख के लिए उसकी शादी करवा दी। गौरतलब है कि उक्त विवाह केवल 4 हफ़्तों के लिए हुई थी। बालिका के अनुसार, उसकी चाची उसे एक होटल में ले गई जहाँ पहले से ही 3 और लड़कियां मौजूद थीं। जिनकी शादी सूडान की तेल कंपनी में कार्यरत 44 वर्ष के अधेड़ आदमी से हो चुकी थी और अगला नंबर उसका था। शादी के बाद अगले दिन ही वह व्यक्ति उस लड़की के साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाने के लिए दबाव बनाने लगा। लड़की ने अपनी उम्र का वास्ता देकर उसे टाल दिया। लड़की के घरवालों ने उस व्यक्ति को आश्वासन दिलाया कि अपनी बेटी को वो इस बात के लिए राज़ी कर लेंगे, ऐसा न करने पर उसे दण्डित किया जायेगा। इसके बाद लड़की घर से भाग निकली, जिसे पेट्रोलिंग करती हुई पुलिस ने देखा और इस फर्जी शादी से मुक्त कराया।
इस युवती की किस्मत ने उसका साथ दिया और इन हैवानों के चंगुल से वो बच पाई। लेकिन ऐसी ही न जाने कितनी लड़कियां हैं, जो आज भी नोटिस में बिना आये ही जुल्म का शिकार हो रही हैं।