नई दिल्ली। दिल्ली में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली की जनता के सामने अपने 5 साल का रिपोर्ट कार्ड पर चर्चा कर रहे हैं। जिसमें अपनी सरकार के उपलब्धियों को गिना रहे हैं। इसी बीच सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की जनता को बताया कि चुनाव से पहले उन्हें किस बात का मलाल है जो वादा उन्होंने पूरा नही कर पाया है।
5 साल के रिपोर्ट कार्ड पर चर्चा करने पहुंचे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा नहीं मिलने का उन्हें मलाल है। ऐसी देश की राजधानी होती है क्या, जहां एक तरफ दूसरी और दूसरी तरफ तीसरी एजेंसी काम कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली के विकास के लिए बजट को 30 हजार करोड़ से बढ़ाकर 60 हजार करोड़ कर दिया। शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन आया है। इससे सरकारी स्कूलों के 96 फीसद परिणाम आए हैं। तीन सौ मोहल्ला क्लीनिक खुल चुके हैं। 1797 कॉलोनियों में से 1281 में नाली, सीवर और सड़क का निर्माण हो चुका है। 93 फीसद घरों में पाइप लाइन से पानी दिया जा रहा है।
केजरीवाल ने कहा दिल्ली को देश का ऐसा पहला शहर बनाया, जहां 24 घंटे बिजली रहती है। डोर स्टेप डिलेवरी शुरू करवाया। डीटीसी की चार हजार नई बसें उतारीं, जो काम रह गए हैं उन्हें चुनाव जीतने के पांच साल के दौरान करा देंगे।
केजरीवाल ने कहा कि सरकार के पास वही पैसे हैं जो जनता ने टैक्स के तौर पर दिया है। उसी में से वे कभी बिजली मुफ्त कर देते हैं तो कभी पानी और कभी बसों में यात्रा। इसी पैसे से वे लोगों को मुफ्त में तीर्थ यात्रा भी करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब तक 37 लाख लोगों की बिजली मुफ्त थी। दो-तीन माह में 70 हजार और लोगों की बिजली मुफ्त हो जाएगी।
केंद्र सरकार देश के लोगों को रोजगार तो दे नहीं सकती, उल्टे बाहर से लोगों को बुलाने की बात कर रही है। इस चुनाव में कांग्रेस भी 600 यूनिट बिजली मुफ्त देने की बात कर रही है। इसके जवाब में केजरीवाल ने कहा कि जिन पांच राज्यों में कांग्रेस की सरकार है, पहले वहां मुफ्त देकर दिखाएं तो फिर दिल्ली की बात करें।