एनपी न्यूज़ नेटवर्क | Navpravah.com
कर्नाटक के उडुपी में चल रही धर्म संसद में स्वामी गोविंद देव गिरी ने एक विवादित बयान दे डाला। उन्होंने कहा कि समान नागरिक संहिता (यूनिफॉर्म सिविल कोड) के लागू होने तक हिंदुओं को कम से कम चार बच्चे पैदा करने चाहिए।
‘जनांकिकीय असंतुलन’ पर लगाम लगाने के लिए गिरिजा महाराज ने कहा कि कम हिन्दू आबादी वाले क्षेत्रों को भारत ने खो दिया है। इसलिए भारतीयों को दो बच्चों तक सीमित रहने की बजाय 4 बच्चों को जन्म देने की नीति को अपनाना चाहिए। तटीय कर्नाटक के उडुपी में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की ओर से आयोजित तीन दिवसीय धर्म संसद के कार्यक्रम में पत्रकारों से रूबरू होते हुए गिरिजा महाराज ने बताया कि भले ही सरकार अधिकतम दो बच्चों के होने पर जोर दे रही है, लेकिन जब तक समान नागरिक संहिता लागू न हो जाए, तब तक हिंदुओं को कम से कम चार बच्चे पैदा करने चाहिए।
इससे पहले हिंदू संगठनों से जुड़े अन्य लोगों की तरफ से भी इस तरह के बयान आते रहे हैं। वहीं, जहाँ भारतीय जनता पार्टी के सांसद साक्षी महाराज सार्वजनिक मंचों से लोगों को सलाह दे रहे हैं कि हिंदुओं को चार बच्चे पैदा करने चाहिए। 2015 में उन्नाव से बयान देते हुए सांसद साक्षी ने हिन्दुओं को कम से कम चार बच्चे जरूर पैदा करने की बात कही थी, आगे कहा कि इनमें से एक बच्चे को सीमा पर भेज दो, एक संतों को दे दो।