सौम्या केसरवानी।Navpravah.com
वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या 3 गोली लगने से हो गयी थी, कर्नाटक पुलिस अभी तक उनके हत्यारों को पकड़ नही पायी है, लेकिन इस मुद्दे पर राजनीति हो रही है, इसी क्रम मे कर्नाटक के बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री जीवराज ने कहा कि ‘ यदि गौरी लंकेश राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लोगों की मौत के जश्न के बारे में न लिखती, तो शायद आज जिंदा होतीं।’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार के दौरान कई RSS कार्यकर्ताओं को मार दिया गया, मगर सिद्धारमैया सरकार ने आरोपियों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया। अभी तक 11 संघ परिवार के लोग मारे जा चुके हैं।
जीवराज ने कहा कि, ‘कांग्रेस राज में हमनें संघ के लोगों को मरते हुए देखा, जिसके बाद गौरी लंकेश ने भी उनके बारे में लिखा था। यदि वह इस तरह के लेखों से दूरी बनाए रखती, तो शायद जीवित होतीं।
चार अज्ञात हमलावरों ने दो दिन पहले राज राजेश्वरी इलाके में स्थित गौरी के घर के बाहर उन पर काफी करीब से फायरिंग की, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी।
गौरी लंकेश साप्ताहिक मैग्जीन ‘लंकेश पत्रिके’ की संपादक थीं। इसके अलावा वे अखबारों में कॉलम भी लिखती थीं। टीवी न्यूज चैनल डिबेट्स में भी वे एक्टिविस्ट के तौर पर शामिल होती थीं।