अमित द्विवेदी,
वन रैंक वन पेंशन मसले पर चल रहे विवाद पर केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने चुप्पी तोड़ते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को करारा जवाब दिया। जेटली ने कहा कि जो आज इस मसले पर राजनीति कर रहे हैं, उन्होंने अपनी सत्ता के 10 साल के दौरान जवानों के प्रति रत्ती भर सहानुभूति नहीं जताई।
कांग्रेस की बयानबाज़ी पर पलटवार करते हुए अरुण जेटली ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि 2004 से 2014 के बीच कांग्रेस की सहानुभूति जवानों के लिए गायब हो गई थी। इन 10 सालों में इनकी सरकार ने एक रूपए की मदद नहीं की। और आज इसी मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं।
जेटली ने कहा कि चुनाव के दौरान इन्होंने बस जवानों को चूरन दिया कि हम इस परेशानी को हल करने के लिए एक कमेटी का गठन कर रहे हैं। और दिखावे के लिए अप्रैल 2014 में एक कमिटी गठित कर दी। जेटली ने कहा कि इन्हें ये लगता है कि जनता इनके दिखावे में आ जाएगी।
जेटली ने कहा कि हमने सभी दिक्कतों को समाप्त करने के लिए आवश्यक कदम उठाया है। और हम सिर्फ बातें नहीं करते, अमल किया है हर मामले में। जिसका प्रमाण देने की आवश्यकता नहीं है।
गौरतलब है कि पॉलिटिकल माइलेज लेने के लिए राहुल गांधी पिछले कुछ दिनों से जवानों की वन रैंक वन पेंशन को लेकर मीडिया में छाए हुए हैं। जिस पर पलटवार करते हुए जेटली ने राहुल को कटघरे में खड़ा कर दिया।