नई दिल्ली. सीएए एनआरसी व एनपीआर के खिलाफ बिहार की यात्रा पर निकले कन्हैया कुमार को विरोध का सामना करना पड़ रहा है। इसी क्रम में सोमवार को उनपर अंडे फेंके गए तथा कौवा बताते पोस्टर साटे गए. जवाहर लाल नेहरू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता कन्हैया कुमार इन दिनों नागरिेकता संशोधन कानून, राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर व राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के खिलाफ राज्यव्यापी यात्रा पर हैं. इस क्रम में सोमवार को उनके नवादा आगमन के विरोध में उन्हें ‘कौवा कुमार’ बताते हुए पर्चे साटे गए. हालांकि, इसके बावजूद कन्हैया न केवल नवादा पहुंचे, बल्कि जनसभा को सम्बोधित किया.
इसके पहले जमुई से नवादा आते वक्त सोमवार को ही उनके काफिल पर हमला कर माेबील व अंडे फेंके गए. जगह-जगह हो रहे हमलों के दौरान हाल ही में कटिहार में कन्हैया पर जूते-चप्पल भी फेंके जा चुके हैं.
नवादा के आइटीआइ मैदान में सोमवार को कन्हैया कुमार की जनसभा हुई. वहां पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया. हालांकि, इसके पहले परोक्ष रूप से कन्हैया की आेर इशारा करते हुए नवादा समाहरणालय के आसपास प्रजातंत्र चौक और जेपी चौक पर कई पर्चे साटे मिले. पर्चे में कन्हैया कुमार को ‘कौवा कुमार’ कहकर संबोधित किया गया तथा उनको वापस जाने को कहा गया. ये पर्चे किसने लगाए, इसका पता नहीं चल सका है. हालांकि, स्थानीय लोगों में ये कौतूहल का विषय बन गए हैं.
कटिहार में जनसभा कर वापस लौटते वक्त कन्हैया पर जूते-चप्पल फेंके गए थे. कटिहार के शहीद चौक के पास हुई इस घटना में कन्हैया बाल-बाल बचे. इससे पहले बिहार के ही मधेपुरा व सुपौल में कन्हैया के काफिले पर पथराव हुआ था. बुधवार को सुपौल में हुए पथराव के दौरान कन्हैया के काफिले के कुछ वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे. इसके पहले गोपालगंज व सारण आदि कई और जगह भी कन्हैया को विरोध का सामना करना पड़ा था।