नई दिल्ली. पाकिस्तान से करीब 200 हिंदू सोमवार को आगंतुक वीजा पर भारत पहुंचे। अधिकारियों ने कहा कि इनमें से कई खुद को पाकिस्तान में असुरक्षित बताते हुए वापस नहीं जाना चाहते। इन लोगों को नागरिकता संशोधन कानून के बाद भारत की नागरिकता मिलने की उम्मीद है। अटारी बॉर्डर पर अकाली नेता और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के अध्यक्ष मजिंदर सिंह सिरसा ने पाकिस्तान से आए चार परिवारों का स्वागत किया।
मजिंदर सिंह सिरसा का दावा है कि ये लोग धार्मिक उत्पीड़न की वजह से पाकिस्तान चले गए थे। सीमा सुरक्षा अधिकारियों का दावा है कि बीते माह अटारी-वाघा से होकर देश में आने वाले पाकिस्तानी हिंदू पर्यटकों की संख्या बढ़ी है। सोमवार को भारत पहुंचे अधिकांश पर्यटक पाकिस्तान के सिंध और कराची से हैं। उनमें से कई बोरिया-बिस्तर लेकर आए हैं और कहा कि भारत सरकार से देश में शरण मांगेंगे।
एक पाकिस्तानी हिंदू ने नाम उजागर न करने की शर्त पर कहा कि CAA लागू होने के बाद पाकिस्तान एवं अफगानिस्तान के हिंदू और सिख भारतीय नागरिकता मिलने को लेकर बहुत आशान्वित हैं। इनमें से अधिकांश लोग राजस्थान में अपने रिश्तेदारों से मिलने आए हैं।