एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान की सारी कोशिशें बेकार साबित हो रही हैं। मामला बांदा का है। जहां एक विवाहिता को ससुरालियों के ज़ुल्म का इसलिए शिकार होना पड़ा, क्योंकि उसने दूसरी बेटी को जन्म दिया था।
मामला चिल्ला थाना क्षेत्र के अतराहट का है। यहां पीड़िता निर्मला ने अपने ससुराल वालों को खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। पीड़िता का आरोप है कि उसके ससुराल वालों ने उसे घर से इसलिए निकाल दिया, क्योंकि उसने दूसरी बेटी को जन्म दिया है।
पीड़ित महिला का आरोप है कि दूसरी बेटी के जन्म के बाद जब वह अपने ससुराल पहुंची तो उसके पति और ससुराल वालों ने उस पर मासूम की हत्या का दबाव बनाया, लेकिन जब उसने ये करने से मना कर दिया। तो उन लोगों ने उसके साथ मारपीट कर घर से निकाल दिया।
पीड़िता ने बताया कि उसके ससुराल वालों ने बच्चियों की परवरिश के लिए 2 लाख रुपए मायके से लाने के लिए कहा था, जब उसके पिता ने और पैसे देने को मना किया। तो उसके ससुराल वालों ने उसे और प्रताड़ित करना शुरू कर दिया।