सौम्या केसरवानी । Navpravah.com
लखनऊ के गोमती रिवर फ्रंट को लेकर योगी सरकार एक्शन में है, रिवर फ्रंट की जांच के लिए बनी खन्ना समिति ने मुख्यमंत्री योगी को स्टेटस रिपोर्ट सौंप दी है। सूत्रों के मुताबिक, सीएम योगी ने मामले की सीबीआई को जांच करने की अनुमति दे दी है। लेकिन, आधिकारिक तौर पर इसका आदेश नहीं किया गया है।
रिवर फ्रंट में अनियमितताओं की जांच के लिए नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना ने कमेटी बनाई थी, जांच कमेटी की रिपोर्ट सुरेश खन्ना ने दो दिन पहले सीएम योगी आदित्यनाथ को सौंप दी।
सौंपी गयी रिपोर्ट में कई अनियमितताओं का जिक्र किया गया है, साथ ही प्रोजेक्ट का बजट जरूरत से ज्यादा होने का दावा किया गया है। इसके अलावा जांच रिपोर्ट में कई बड़े अधिकारियों और प्रोजेक्ट इंजीनियर्स की भूमिका पर भी सवाल उठाए गए हैं।
सीएम योगी ने रिवर फ्रंट का दौरा किया था, जिसके बाद इसकी जांच के लिए हाई पावर कमेटी का गठन किया गया था। इस मामले में अधिकारियों और इंजीनियरों पर बेहिसाब खर्च के आरोप हैं, खन्ना समिति ने माना है कि न सिर्फ रिवर फ्रंट के बजट को जरूरत से ज्यादा बढ़ाया गया, बल्कि 65 फीसदी काम होने के बावजूद 90 फीसदी भुगतान किया जा चुका है। खन्ना कमेटी ने ठेके बांटने को लेकर भी मनमानी के आरोप लगाए हैं।
जांच रिपोर्ट में अधिकारियों और इंजीनियरों पर सीधे-सीधे उंगली उठाई गई है, बताया जा रहा है इस रिपोर्ट में दो प्रमुख सचिवों का भी नाम है। ऐसे में अगर मामले की सीबीआई जांच होती है तो कई और बड़े नाम सामने आ सकते हैं, गोमती रिवर फ्रंट पूर्व सीएम अखिलेश यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट था।