अनुज हनुमत | Navpravah.com
यूपी विधानसभा चुनावों में अब ज्यादा दिन नहीं रह गए हैं, लेकिन अभी कई पार्टियों ने इस महासंग्राम में अपने सिपाही नही उतारे हैं। इसी हफ्ते भारतीय जनता पार्टी ने यूपी और उत्तराखंड के उम्मीदवारों की पहली लिस्ट घोषित की थी, लेकिन यूपी में बहुत सी ऐसी सीटों पर अपने उम्मीदवार नहीं घोषित किये, जिसमें सबसे ज्यादा संघर्ष होने की संभावना है। कल देर शाम भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक संपन्न हुई, जिसमें दूसरी लिस्ट की सीटों पर जमकर माथापच्ची हुई। पार्टी आज दूसरी लिस्ट जारी करेगी।
सूत्रों की मानें तो बीजेपी बुन्देलखण्ड और पूर्वांचल की कई प्रमुख सीटों पर दलबदलू नेताओं को मौका दे सकती है। यूपी में पार्टी के लिए कार्यरत पुराने कर्मठ एवं संघर्षरत नेताओं (टिकटार्थी) को बड़ा झटका लग सकता है। हालिया दिनों में बड़ी संख्या में दूसरे दलों के शीर्ष नेताओं ने टिकट की घोषणा से ऐन पहले भाजपा में पलटी मारी। जानकारों का मानना है कि ये सभी नेता इसलिए शामिल हुए हैं क्योंकि इन्हें पार्टी से टिकट चाहिए और उन्हें पूरी उम्मीद भी है।
कल हुई बैठक में नरेन्द्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, राजनाथ सिंह, रामलाल, ओम प्रकाश माथुर, दिनेश शर्मा, अरूण जेटली , जे पी नड्डा और केशव प्रसाद मौर्य सहित अन्य प्रमुख नेता उपस्थित थे।
भारतीय जनता पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों की सूची आज जारी होगी। अब देखना दिलचस्प होगा कि बीजेपी कितने दलबदलू नेताओ को टिकट देती है और कितने युवाओं को! लेकिन इतना तो स्पष्ट है कि इस बार पार्टी यूपी की सत्ता में चल रहे वनवास को खत्म करने लिए कड़े निर्णय ले सकती है। सबसे ज्यादा नजर बुन्देलखण्ड और पूर्वांचल के उम्मीदवारों पर रहेगी, क्योंकि यूपी की सियासत के तमाम समीकरण यहीं से तय होते हैं।