शिखा पाण्डेय,
आगामी उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनावों में विजय पताका फहराने के लिए सभी राजनीतिक पार्टियां ज़ोर शोर से तैयारी में जुटी हैं। इन्हीं तैयारियों के तहत भारतीय जनता पार्टी अगले महीने उत्तर प्रदेश में चार परिवर्तन यात्राएं शुरू करेगी और ये 100 दिन से ज्यादा चलेंगी। इसका अंत संभवत: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के साथ होगा।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और कई केंद्रीय मंत्रियों सहित शीर्ष पार्टी नेता यात्रा के दौरान जनसभाओं को संबोधित करेंगे। सूत्रों के अनुसार पार्टी ने प्रदेश के हर जिले में एक युवा और महिला सभा आयोजित करने का फैसला किया है। राज्य की प्रत्येक पंचायत को यात्रा से जोड़ने तथा बूथ स्तर पर सभाएं आयोजित करने की भी उम्मीद है। पार्टी द्वारा मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा किए जाने की संभावना नहीं है।
सूत्रों के अनुसार चार यात्राएं सहारनपुर, ललितपुर, सोनभद्र और गोरखपुर या बलिया से शुरू हो सकती हैं। श्राद्ध के खत्म होने के बाद ये यात्राएं एक स्थान पर आकर मिल सकती हैं जो लखनऊ हो सकता है।
दरअसल भाजपा उत्तर प्रदेश में पिछले 14 साल से सत्ता से बाहर है। दलित वोट बैंक मायावती के पास है, जबकि यादव और अधिकांश मुस्लिम समुदाय सपा के साथ है। ऐसे में भाजपा राज्य में चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए सवर्ण जातियों और अन्य पिछड़ी जातियों का एक सामाजिक गठबंधन बनाने पर काम कर रही है।
भाजपा के एक नेता ने कहा, ‘‘विकास का एजेंडा, मोदी सरकार का अच्छा काम और सपा तथा पिछली मायवती सरकार का कुशासन हमारे अभियान के केंद्र में हैं। अब तक का नजरिया यह है कि मुख्यमंत्री पद के लिए हमारे पास चेहरा नहीं होगा।”