दरअसल बवाना में भाजपा, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। पुलिस ने बताया कि तिवारी पर उस वक्त हमला किया गया, जब वह बवाना के जेजे काॅलोनी के झंडा चौक पर बने मंच पर बैठे थे। चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशानुसार, चुनाव के दौरान इस तरह की बैठकों की रिकाॅर्डिंग करायी जाती है। इस बीच, कार्यकर्ताओं ने आसपास के इलाके में हमलावर की तलाश की, लेकिन कुछ पता नहीं चला। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सार्वजनिक बैठक की करायी गयी वीडियोग्राफी की मदद से आरोपी की पहचान करने की कोशिश की जा रही है।
भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया है कि विपक्षी पार्टियां हार के डर से अब हिंसा का सहारा ले रही हैं, लेकिन भाजपा इससे डरनेवाली नहीं है। इस तरह के हमले बताते हैं कि भाजपा के विरोधी किस कदर घबराये हुए हैं। भाजपा प्रदेश के विकास के लिए काम करती रहेगी, चाहे दूसरे लोग जो तिकड़म अपना लें। पार्टी ने कहा कि जनता आनेवाले समय में इन्हें जवाब देगी।