लालकेश्वर प्रसाद टाॅपर्स घोटाला मामले में नाम उजागर होने के बाद अपने पद से इस्तीफा देने के साथ ही फरार चल रहे थे। उनके साथ उनकी पत्नी ऊषा सिन्हा के भी इस मामले में शामिल होने का खुलासा होते ही तथा दोनों के खिलाफ पटना उच्च न्यायालय से गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद वे भी नदारत हो गई थीं। पुलिस दोनों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही थी। आज हुई इन दोनों की गिरफ्तारी पुलिस के लिए अहम कामयाबी माना जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि लालकेश्वर प्रसाद सिंह और उनकी पत्नी ऊषा सिन्हा की तलाश में एसआइटी कई स्थानों पर छापेमारी कर चुकी थी। लालकेश्वर और उषा की तलाश में अब तक बिहार के पटना, बांका समेत अन्य स्थानों के अलावा यूपी के गोरखपुर, इलाहाबाद, लखनऊ समेत अन्य और झारखंड के जमशेदपुर, धनबाद आदि स्थानों पर छापेमारी की गई थी। यूपी के कई शहरों में उषा सिन्हा के भाई और भतीजे रहते हैं, तो झारखंड में लालकेश्वर के कई परिवार हैं। इसके अलावा लंदन में लालकेश्वर का बड़ा बेटा रहता है। इस वजह से इनके वहां भागने की संभावना भी जताई जा रही थी। इसके मद्देनजर पुलिस ने पहले ही ‘लुकआउट नोटिस’ जारी कर रखा था, ताकि ये आसानी से किसी दूसरे देश या राज्य भाग नहीं सकें।