New Delhi। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके कई कैबिनेट सहयोगी उनकी पहली पुण्यतिथि पर नई दिल्ली में बीजेपी के दिग्गज नेता अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी।
इसी के साथ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को नमन करते हुए सदैव अटल स्थल पर श्रद्धांजलि अर्पित की। सबको साथ लेकर चलने वाले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पहली पुण्यतिथि है।
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और देश के सबसे बड़े नेताओं में से एक, वाजपेयी ने 16 अगस्त, 2018 को दिल्ली के एम्स अस्पताल में अंतिम सांस ली थी।
अटल जी को उनकी बेटी नमिता कौर भट्टाचार्य और उनकी पोती निहारिका ने भी सदैव अटल स्थल पर दी श्रद्धांजलि। भारत रत्न से सम्मानित, राजनीति में बहुत कम लोगों में से एक, वाजपेयी ने 1957 में दूसरे आम चुनाव में उत्तर प्रदेश के बलरामपुर से लोकसभा में प्रवेश किया और 47 वर्षों तक सांसद रहे।
वह 11 बार लोकसभा के लिए चुने गए और दो बार राज्यसभा के सदस्य रहे। 1924 में क्रिसमस के दिन एक शिक्षक के परिवार में पूर्व प्रधानमंत्री ने जन्म लिया और एक दिन प्रधानमंत्री तक बनें।
अटल जी के व्यक्तित्व की सबसे खास बात थी कि वो सभी को साथ लेकर चलते थे और अपने भाषण में शब्दों के चयन को लेकर उन्हें सबसे सम्मान मिलता था। अटल जी के भाषण में ऐसी बात थी कि विपक्ष भी उनके भाषण को बहुत ही ध्यान से सुनता था।