एनपी न्यूज़ नेटवर्क | Navpravah.com
आरुषि-हेमराज मर्डर मामले में एक नया मोड़ आ गया है, इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा दिए गए फैसले में आरुषि के पिता राजेश और मां नूपुर तलवार की जमानत के बाद हेमराज का परिवार अब न्याय के लिए सुप्रीम कोर्ट जाएगा।
हेमराज के परिवार ने सीबीआई पर जांच में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कहा है कि उनके साथ न्याय नहीं किया गया। हेमराज की पत्नी खुमकला बन्जादे अपने गाँव धारापानी में रहती हैं, उन्होंने बताया कि हमारे साथ न्याय नही हुआ है, इंसाफ के लिए हम सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। खुमकला ने कहा कि यह उनके पति हेमराज के लिए न्याय की लड़ाई है। तलवार दम्पति पर रिहाई का फैसला सुनाते हुए इलाहाबाद हाई कोर्ट ने सबूतों से छेड़छाड़ और गवाहों को प्लांट करने के लिए सीबीआई की निंदा की थी।
उन्होंने आगे कहा कि, हेमराज जब जीवित थे तब भी जीवन कठिन था, लेकिन उनके मरने के बाद यह असहनीय हो गया है, उन्हें भाई से मदद मिलती थी, जो अब खुद नौकरी छोड़ वापस आ गया है। हेमराज के साले अशोक कुमार का कहना है कि तलवार के बरी हो जाने के बाद क्या सीबीआई की कोई जिम्मेदारी नहीं बनती? अशोक सवाल करते हैं, ‘अब वे (सीबीआई) क्या ऐक्शन ले रहे हैं? उन्हें साफ करना चाहिए कि उन्होंने जांच के साथ कैसे गड़बड़ी की?’
14 साल की आरुषि की 15 मई 2008 की रात उसके घर में गला काट हत्या कर दी गई थी, शुरुआत में घर के नौकर हेमराज को इस हत्याकांड का संदिग्ध माना गया, लेकिन उसकी भी डेड बॉडी छत से बरामद हो गई थी, उसके बाद सीबीआई की जांच में आरूषि के मां-बाप को सजा दी गयी थी, लेकिन इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कुछ दिन पहले सीबीआई की जांच को गलत ठहरा कर उन्हें जमानत दे दी।