विकास कुमार तिवारी । Navpravah.com
गंगटोक। पिछले कुछ दिनों से भारत और चीन के बीच कुछ ठीक नही चल रहा है। इसी को देखते हुए आज सेना प्रमुख बिपिन रावत सिक्किम दौरे पर पहुंचे। सेना प्रमुख रावत, सीमा पर भारतीय तथा चीनी सैनिकों के बीच गतिरोध के बीच सुरक्षा हालात का जायजा लेने के लिए गुरुवार को यहां पहुंचे। जानकारी के मुताबिक, सेना प्रमुख सुरक्षा हालात का जायजा लेंगे और सीमाई इलाकों का दौरा कर सकते हैं।
बताया जा रहा है कि भारत और चीन के सैनिकों के बीच धक्का-मुक्की और सड़क निर्माण पर विवाद को लेकर यह सैन्य प्रमुख ने यह दौरा करने का निश्चय किया है।
हालांकि यह दौरा पहले से ही निश्चित था परंतु चीनी सेना के बर्ताव के चलते यह दौरा और महत्वपूर्ण हो गया है। बताया यह भी जा रहा है कि चीन इस तरह का बर्ताव भारत को झुकाने के लिए कर रही है। सड़क निर्माण को लेकर चीन भूटान के समीप सड़क निर्माण करना चाहता है, परंतु भारत इसका विरोध कर रहा है। यह विवाद को भी एक कारण माना जा रहा है। वही चीन ने तीन दिन पहले रविवार को कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर रोक लगा दी और तीर्थयात्रियों को बॉर्डर से वापस लौटा दिया था। इस पर चीन के विदेश मंत्रालय ने आरोप लगाते हुए कहा था कि सिक्किम में बॉर्डर को पार करके भारत के जवान उसके इलाके में आकर घुसपैठ करने की कोशिश की है, जिसके बाद पहले बैच के 50 भारतीयों को वापस लौटा दिया। मंत्रालय से यह भी कहा गया कि जब तक भारत के सैनिक पीछे नहीं हटेंगे तब तक वो मानसरोवर यात्रा नहीं होने देंगे।
वहीं बुधवार को भारत व भूटान से लगी अपनी सीमा पर भारतीय सेना के एक पुराने बंकर को बुलडोजर से तोड़ दिया जिसके बाद यह दौरा और महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
बता दें कि भारत-चीन के बीच जम्मू-कश्मीर से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक 3,488 किलोमीटर की सीमा है इसमें से 220 किलोमीटर सिक्किम में आता है इसी सीमा पर अपनी यात्रा करेंगे जनरल बिपिन रावत और सिक्किम बॉर्डर पर फॉरवर्ड पोस्ट पर जाएंगे और सीनियर कमांडर्स के साथ सुरक्षा के हालात पर बातचीत करेंगें।