शिखा पाण्डेय । Navpravah.com
लन्दन में चल रहे विश्व पैरा एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में पुरूष वर्ग के ‘क्लब थ्रो एफ51 स्पर्धा’ में भारत के अमित कुमार सरोहा ने आज रजत पदक जीतकर देश का नाम रौशन किया है। सरोहा का सर्वश्रेष्ठ थ्रो 30.25 मीटार का रहा जो उन्हें तीसरे प्रयास में मिला, जिसके कारण वह रजत पदक जीतने में सफल रहे। इस विजय के साथ उन्होंने पैरा एथेलेटिक्स में एक नया एशियाई रेकॉर्ड भी बनाया।
सरोहा ने दोहा में 2015 में हुए द्विवार्षिक चैंपियनशिप प्रतियोगिता के पिछले सत्र में भी रजत पदक जीता था। वह 2014 इचिंयोन एशियाई पैरा खेलों की स्पर्धा में इसी खेल में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं। एक अन्य भारतीय धरमबीर 22.34 मीटर के थ्रो के साथ 10वें स्थान पर रहे। सर्बिया के जेल्जको दिमित्रिजेविच ने 31.99 मीटर के विश्व रिकार्ड से अपना खिताब कायम रखा।
उल्लेखनीय है कि सरोहा,एक क्वाड्रिप्लेजिक हैं। गर्दन से नीचे पूरे शरीर के पूर्ण पक्षाघात के बावजूद सरोहा वे प्रथम क्वाड्रिप्लेजिक हैं, जिन्होंने 2012 के लंदन पैरालिम्पिक्स में भारत का प्रतिनिधित्त्व किया था व देश का नाम रौशन किया था। सरोहा मंवलवार को खेले जाने वाले पुरुषों के डिस्कस थ्रो(एफ 52) का भी हिस्सा होंगे। इससे पहले सुंदर सिंह गुर्जर 14 जुलाई को पुरूषों की भाला फेंक एफ46 स्पर्धा में स्वर्ण पदक अपने नाम कर चुके हैं।