शिखा पाण्डेय,
बसपा सुप्रीमो मायावती उत्तर प्रदेश के मंत्री आजम खान द्वारा भीमराव अंबेडकर पर की विवादित टिप्पणी से बेहद खफा हैं। मायावती ने अपनी नाराज़गी जताते हुए कहा कि आजम ने अपने बयान से लोगों की भावनाओं को आहत किया है और उन्हें माफी मांगनी होगी।
बसपा प्रमुख ने लखनऊ में जारी किए एक बयान में कहा, ‘‘ सभी धर्म व जाति के लोग अपनी जाति, धर्म और दलगत राजनीति से ऊपर उठकर अंबेडकर का सम्मान करते हैं। अंबेडकर के बारे में आजम के घटिया बयान की बसपा कड़ी निन्दा करती है।” उन्होंने कहा कि सपा सरकार की जातिवादी नीति से प्रभावित होकर यदि आजम अंबेडकर को समुचित आदर नहीं दे सकते तो कम से कम उनका अपमान करने की कोशिश ना करें।
मायावती ने कहा कि आजम का यह बयान यदि सपा की जातिवादी नीति के तहत चुनावी राजनीति का हिस्सा है तो अलग बात है,अन्यथा अपने गलत बयान से लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले आजम को सच्चे दिल से अंबेडकर के अनुयायियो से माफी मांगनी चाहिए।
गौरतलब है कि आजम ने बीते सोमवार गाजियाबाद में हज हाउस के उद्घाटन समारोह में देश के विभिन्न हिस्सों में लगी अम्बेडकर की मूर्तियों की पारम्परिक बनावट पर टिप्पणी की थी कि अम्बेडकर की उठी हुई उंगली बसपा की महत्त्वाकांक्षा दर्शाती है कि वह जिस जमीन पर खड़े हैं, वह तो उनकी है ही, साथ ही जिस तरफ वह अंगुली से इशारा कर रहे हैं, वह प्लॉट भी उन्ही का है।