अनुज हनुमत,
इलाहाबाद। देश के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में से एक इलाहाबाद का केंद्रीय विश्वविद्यालय इस समय छात्र संघ चुनावों में मशगूल है। प्रत्याशियों द्वारा चारों तरफ भारी भरकम बैनर-पोस्टर लगवाये गए हैं। धीरे धीरे चुनाव प्रचार के लिए गाड़ियों की संख्या में भी भारी बढ़ोत्तरी हो रही है। प्रतिदिन लाखों रूपये पानी की तरह बहाये जा रहे हैं, लेकिन इन सारी तस्वीरों के बीच कुछ प्रत्याशी ऐसे भी हैं जिन्होंने अपने चुनाव प्रचार के माध्यम से छात्रों के बीच में अपनी एक अलग ही छवि बना ली है।
इस बार के छात्र संघ चुनाव में ऐसे ही एक प्रत्याशी आशीष यादव उर्फ़ ‘शायर’ हैं, जिन्होंने अपने चुनाव प्रचार के लिए एक अलग ही अंदाज तलाश रखा है। आपको बता दें कि आशीष यादव अपने प्रचार के लिए सूखे पत्तों का प्रयोग कर रहे हैं, जो पत्ते पेड़ से गिर जाते हैं उन्ही पर ये अपना नाम और किस पद पर चुनाव लड़ रहे हैं, उसका पूरा विवरण लिखकर छात्रों को देते हैं।
आशीष यादव ने नवप्रवाह.कॉम से हुई बातचीत में कहा, ‘मेरे दिमाग में आया कि लिंगदोह कमेटी का जो नियम है, उसमें कहा गया है कि हाथ से बने पोस्टर का प्रयोग आप अपने प्रचार में कर सकते हैं, लेकिन हमने सोंचा की कागज भी क्यों ख़राब हो। इसलिए मैंने पेड़ से गिर चुके सूखे पत्तों को प्रचार के लिए चुना। इन पत्तों में लिखकर अपना चुनाव प्रचार करता हूँ। मैं चाहता हूँ कि पर्यावरण का नुकसान न हो और छात्र संघ चुनावों की गरिमा भी बनी रहे।’
आपको बता दें कि आशीष यादव छात्र संघ चुनावों में ‘सांस्कृतिक सचिव’ के पद पर अपना भाग्य आजमा रहे हैं। कुल मिलाकर आशीष यादव जैसे प्रत्याशी उन छात्र नेताओं के लिए एक नजीर बन सकते हैं, जिनका मानना है कि बिना भारी भरकम खर्चे और बैनर-पोस्टर के आप चुनावी मैदान में नहीं उतर सकते। अपने इस प्रयास से आशीष यादव धीरे धीरे छात्रों के बीच आकर्षण का केंद्र बनते जा रहे हैं।