अमित द्विवेदी,
तीन तलाक वाले मामले में असदुद्दीन ओवैसी तिलमिला गए हैं। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के साथ ही ओवैसी ने भी मोदी सरकार पर हमला किया। ओवैसी ने कहा कि सरकार धार्मिक मामले पर अपने विचार थोपना बंद करे।
यूनिफार्म सिविल कोड को लेकर पर्सनल लॉ बोर्ड सरकार पर खफा हो गई है। आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने ऐलान किया है कि सरकार के रुख का पुरजोर विरोध किया जाएगा। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के जनरल सेक्रेटरी हजरत मौलाना मो. वली रहमान ने कहा कि हम लोग लॉ कमीशन के इस सवालनामे का बायकॉट करेंगे।
इस मामले पर ओवैसी ने कहा कि देश में तमाम जाति-धर्म के लोग रहते हैं, सबकी अपनी संस्कृति है। ऐसे में सबको एक ही कानून में बांधना संभव ही नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार को किसी धर्म के मामले में हस्तक्षेप करने की बजाय अपनी मूलभूत ज़िम्मेदारियों पर ध्यान देना चाहिए।
बता दें कि सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में तीन तलाक़ को समाप्त करने की राय दी है। सरकार के इस सलाह को लेकर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड काफी नाराज़ है। बोर्ड ने कहा कि सरकार सीमा की सुरक्षा कर नहीं पा रही, अपनी नाकामी छुपाने के धार्मिक मामले में हस्तक्षेप कर रही है। ऐसा करके सरकार देश में ही जंग कराने की साज़िश की जा रही है, जो हम होने नहीं देंगे।