अमित द्विवेदी,
कौमी एकता दल का सपा में विलय को लेकर सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश भले ही लाख विरोध करते रहे, लेकिन उनकी एक न चली। अखिलेश के न चाहते हुए भी कौमी एकता दल का समाजवादी पार्टी में विलय हो गया है।
इसके पहले सीएम अखिलेश यादव के भारी विरोध के चलते कौमी एकता दल का सपा में विलय रद्द करना पड़ा था। लेकिन इस बार अखिलेश की एक न चली और विलय हो गया। पिछली बार अखिलेश के हठ के आगे पार्टी दिग्गजों को झुकना पड़ा था, लेकिन इस बार अखिलेश की शाख़ को खासी चोट पहुंची है। मुख्यमंत्री होते हुए भी उनकी बात को नहीं माना गया।
हालाँकि इस मामले पर अखिलेश के चाचा शिवपाल ने पत्रकारों से बात करते हुए स्पष्ट किया कि विलय का निर्णय नेता जी (मुलायम सिंह) ने लिया है। और इस निर्णय में सभी की सहमति है। उन्होंने कहा कि सीएम अखिलेश से भी इस संबंध में बात हुई है। लेकिन यह बात हज़म नहीं हो रही कि कौमी एकता दल का पुरजोर विरोध करने वाले अखिलेश ने अचानक से हामी कैसे भर दी।