फिल्म ‘ऐ दिल है मुश्किल’ की मुश्किलें खत्म करने की दिशा में आज महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) अध्यक्ष राज ठाकरे, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस और निर्माता करण जौहर के बीच बातचीत हुई। मीटिंग के बाद तय हुआ कि MNS फिल्म के रिलीज होने में परेशानी पैदा नहीं करेगी, लेकिन इसके लिए हर उस प्रोड्यूसर को 5 करोड़ रुपए आर्मी वेलफेयर फंड में डालने होंगे जिन्हेंने पाकिस्तानी कलाकारों को अपनी फिल्म में लिया है।
सीएम आवास पर हुई मीटिंग में फिल्म एंड टेलीविजन प्रोड्यूसर्स गिल्ड ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मुकेश भट्ट भी मौजूद थे। मुकेश ने बताया, “प्रोड्यूसर्स गिल्ड ने फैसला लिया है कि वो आगे से पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम नहीं करेंगे।” इस बातचीत के दौरान भट्ट ने बताया कि करण जौहर ने कहा कि वह इस फिल्म के शुरू होने से पहले शहीद जवानों के लिए एक मैसेज चलाएंगे।
मीडिया से बात करते हुए मुकेश ने बताया, “हमने गृह मंत्री से मिलने का फैसला डर और कानून व्यवस्था की वजह से लिया था, क्योंकि मुंबई में हालात काबू से बाहर जा रहे थे। हमने उनसे रिक्वेस्ट की कि हमें राज्य के सीएम के साथ आश्वासन दें कि रिलीज़ के बाद हमारी फिल्म को किसी मुसीबत का सामना नहीं करना पड़ेगा।” उन्होंने बताया, “गृह मंत्री ने हमें आश्वासन दिया कि वे सभी राज्यों के सीएम से बात करेंगे कि फिल्म के रिलीज के दौरान इसे दिखाने वाले थिएटर्स पर कानून व्यवस्था बनी रहे।”
मीटिंग के बाद राज ठाकरे ने कहा, “सभी प्रोड्यूसर, जिन्होंने अपनी फिल्म में पाकिस्तानी कलाकारों को लिया है, उन्हें आर्मी वेलफेयर फंड में 5 करोड़ रुपए देने होंगे। प्रोड्यूसर्स को लिखित में देना होगा कि वह आगे से किसी पाकिस्तानी कलाकार को साइन नहीं करेंगे।”
गौरतलब है कि ऐ दिल है मुश्किल में पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान के रोल के चलते एमएनएस ने धमकी दी थी कि वो इस फिल्म को रिलीज नहीं होने देंगे। बता दें कि यह फिल्म 28 अक्टूबर को रिलीज होनी है।