शिखा पाण्डेय
बिलकुल नन्हीं सी उम्र में बड़े बड़े कारनामे करने का हौसला रखने वाली 7 साल की तजम्मुल इस्लाम ने पूरे विश्व में देश का नाम रोशन कर दिया है। जम्मू कश्मीर की आठ साल की तजम्मुल किक बॉक्सिंग की चैंपियन बन गई हैं। बंदीपुरी जिले में रहने वाली तजम्मुल ने अंडर 8 प्लेयर्स में किक बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीता है। कश्मीर घाटी से यह कारनामा करने वाली तजम्मुल पहली लड़की हैं।
किक बॉक्सिंग का यह मुकाबला इटली के अंड्रिया में हुआ था। इस वर्ल्ड किक बॉक्सिंग चैंपियनशिप में 90 देशों की टीमों ने हिस्सा लिया था। तजम्मुल ने यह चैंपियनशिप जीतने के लिए यूएस की प्रतियोगी को हराया। तजम्मुल के कोच फैज़ल अली ने बताया कि तजम्मुल ने पांच दिनों में छह मुकाबलों में जीत हासिल की।
कौन है तजम्मुल
बंदीपुरी जिले में तजम्मुल दूसरी क्लास में पढ़ती हैं। तजम्मुल ने 2015 में नेशनल किक बॉक्सिंग चेंपियनशिप में सब-जूनियर केटेगरी में गोल्ड मेडल भी जीता था। वह प्रतियोगिता नई दिल्ली में हुई थी। तजम्मुल बंदीपुरा जिले के टार्कपुरा गांव में रहती हैं। वह श्रीनगर से 65 किलोमीटर दूर है। तजम्मुल आर्मी गुडविल स्कूल में पढ़ती हैं। तजम्मुल के भाई और दो बहनें भी किक बॉक्सिंग में हिस्सा लेते हैं।
जम्मू कश्मीर राज्य की स्पोर्ट्स काउंसिल के सचिव वाहिद परारा ने कहा, “तजम्मुल ने इतिहास रच दिया है। इतनी छोटी उम्र में यह कारनामा आसान नहीं होता।” वाहिद पीडीपी के नेता भी हैं। राज्य के शिक्षा मंत्री नईम अख्तर ने भी इसे गौरवपूर्ण क्षण बताया।