Bureau@navpravah.com
कृषि व किसानों के विकास के लिए बजट में काफी कुछ है, जिसकी कई अर्थशास्त्रियों से लेकर कंपनी मालिकों ने प्रशंसा की है, लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री व वरिष्ठ अर्थशास्त्री मनमोहन सिंह ने किसानों से किए गए वादे को असंभव बताया. बजट भाषण की आलोचना करते हुए सिंह ने कहा कि इतने कम समय में किसानों की आय को दोगुना करना संभव नहीं है.
मनमोहन सिंह ने 2016-17 के बजट को बेहद सामान्य बताया. उन्होंने कहा कि इस बजट में कोई बड़ी घोषणा नहीं हुई है. मात्र एक घोषणा बड़ी है, जो किसानों की आय को लेकर है. और वह भी प्रधानमंत्री 2 दिन पहले ही बरेली में कह कर आए हैं कि वे चाहते हैं कि 2022 तक किसान वर्तमान आय का दोगुना कमाएं. उन्होंने कहा कि इस घोषणा को मूर्त रूप देने के लिए कृषि विकास दर को 14 फीसदी रखनी होगी.
मनमोहन सिंह ने वित्त मंत्री के इस घोषणा पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि सरकार बता नहीं सकती कि यह लक्ष्य कैसे प्राप्त किया जा सकता है. हालाँकि पूर्व प्रधानमंत्री ने इस बात की खुशी भी व्यक्त की कि सरकार पिछले वर्ष तय किए गए वित्तीय घाटे का लक्ष्य पूरा करने में सफल रही.
हालाँकि नए वित्तीय बजट से वे लोग नाराज़ हैं जो मंहगी गाड़ियों, ब्रांडेड कपडे और तम्बाकू से बनी चीज़ों को काफी इस्तेमाल करते हैं.