अमित द्विवेदी
महाराष्ट्र के शनि शिंगणापुर मंदिर ट्रस्ट ने 400 साल पुरानी परंपरा को बदलने की इजाज़त दे दी है। ट्रस्ट ने मंदिर में महिलाओं को भी पूजा करने की इजाज़त दी है। पिछले 400 सालों में ऐसा पहली बार होगा जब महिलाएं मंदिर में पूजा करती नज़र आएंगी।
गौरतलब है कि भूमाता ब्रिगेड की अध्यक्षा तृप्ति देसाई की अगुवाई में महिलाएं पूजा करने के लिए मंदिर पहुँच रही हैं। जिसकी जानकारी मिलने के बाद मंदिर ट्रस्ट ने स्पष्ट किया कि अगर महिलाएं आती हैं तो उन्हें पूजा करने से नहीं रोका जाएगा।
इस सन्दर्भ में मंदिर के जनसंपर्क अधिकारी सायाराम बनकर ने स्पष्ट किया कि तृप्ति को पूजा करने दिया जाएगा। अब महिलाएं भी चबूतरे पर जाकर शनि देव की पूजा कर सकती हैं। हालाँकि इसके लिए भूमाता ब्रिगेड को लंबी लड़ाई लड़नी पड़ी, लेकिन अब जाकर उन्हें इस मामले में सफलता मिली।
शनि शिंगणापुर मंदिर में गत वर्ष 28 नवम्बर को यह विवाद तब शुरू हुआ जब एक युवती ने परंपरा को तोड़ते हुए शनि देव के चबूतरे पर चढ़ गई थी। इसके बाद काफी विवाद हुआ और दूसरे दिन मंदिर प्रशासन ने मंदिर का शुद्धिकरण करवाया था। मंदिर प्रशासन के इस कृत्य का महिला संगठनों के काफी आलोचना की।