Amit Dwivedi @Navpravah.com
फ़िल्म अभिनेता कमल हसन के बाद अब बंगाली फिल्मों की नामचीन अभिनेत्री मुनमुन सेन ने भी केंद्र सरकार का बचाव किया है। अभिनेत्री ने स्पष्ट किया कि देश में असहिष्णुता आज की बात नहीं है, यह हमेशा से ही रही है। बस, आजकल इसका प्रचार-प्रसार ज़ोरदार तरीके से हो रहा है।
देश में इस समय असहिष्णुता पर लेखकों से लेकर फ़िल्म इंडस्ट्री तक के तमाम लोग अपनी राय रख रहे हैं। अभिव्यक्ति की आज़ादी मामले पर कोई सरकार से सहमत है तो कोई इस परिस्थिति को असहिष्णु बता रहा है। इसी सन्दर्भ में अभिनेत्री मुनमुन सेन ने खुलकर केंद्र सरकार का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि मोदी जी बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। हमें पहले पांच साल देखना चाहिए। अगर इन पांच सालों में विकास का मार्ग स्पष्ट नहीं नज़र आएगा तो खुलकर विरोध भी करेंगे। लेकिन अभी फिलहाल सरकार को काम करने देना चाहिए।
अब तक फ़िल्म इंडस्ट्री से तमाम लेखक-कलाकार अपनी अपनी राय व्यक्त कर चुके हैं। कुछ समय पहले मशहूर गीतकार गुलज़ार ने कहा था कि देश में भय का माहौल पैदा हो चुका है, ऐसा पहले कभी नहीं था। लेकिन इसके उलट कई कलाकारों ने अवार्ड वापसी और असहिष्णु वाले मुद्दे को फ़िज़ूल बताया और कहा कि लेखकों को अवार्ड वापसी की जगह अपने लेखों से विरोध प्रकट करना चाहिए।
यही सवाल जब अभिनेत्री विद्या बालन से किया गया था तो उन्होंने स्पष्ट कहा कि उन्हें सम्मान राष्ट्र ने दिया है किसी सरकार ने नहीं। इसलिए वे अपना अवार्ड बिल्कुल नहीं लौटाएंगी।