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फिल्म अभिनेता संजय दत्त 42 माह की सज़ा काटने के बाद आज (गुरुवार को) यरवदा जेल से रिहा हो गए. अपने अच्छे स्वभाव की वजह से संजय की सज़ा निर्धारित समय से कम कर दी गई. जिसकी वजह से संजय को सरकारी छूट मिलने के बावजूद कुछ लोगों का विरोध भी झेलना पड़ा. संजय दत्त को आर्म्स एक्ट के तहत यह सज़ा मिली थी और वे मुंबई सीरियल धमाके में अवैध हथियार रखने के दोषी पाए गए थे.
संजय दत्त ने अपने अच्छे व्यवहार और नेकदिली की वजह से जेल प्रशासन और कानून व्यवस्था का दिल जीता, जिसके चलते उन्हें निर्धारित 5 साल की सज़ा में 8 माह की छूट मिल गई. संजय दत्त जेल से छूटकर पुणे एयरपोर्ट गए हैं, जहां से वे सीधे मुंबई पहुचेंगे.
जेल से निकलने के बाद संजय दत्त बेहद भावुक नज़र आए. जेल से निकलते ही उन्होंने यरवदा जेल को सलाम किया और वहाँ पर उपस्थित परिजनों के साथ पुणे एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गए. मुंबई में संजय के घर के आस पास के इलाके होर्डिंग्स और पोस्टर बैनर्स लगे हुए हैं, जिसमे उनके मित्रों से लेकर प्रशंसकों ने उनका अभिनंदन किया है.
यरवदा जेल के बाहर आज सुबह से ही संजय दत्त की रिहाई का विरोध करने वाले कई लोग जमा हुए. जिन्होंने नारे भी लगाए. पुलिस ने एहतियातन प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया. दत्त परिवार अपनी पूरी लीगल टीम के साथ सुबह 8 बजे ही पहुँच गयी थी. संजय दत्त के दोस्त राजकुमार हिरानी भी पुणे पहुँचे हैं.
मुंबई पहुंचकर संजय दत्त सबसे पहले सिद्धिविनायक मंदिर जाकर गणपति बाप्पा के दर्शन करेंगे, उसके बाद अपनी माँ नरगिस की कब्र पर भी माथा टेकने जाएंगे.