अनुज हनुमत,
हफ़्तों चले पारिवारिक ड्रामे के बाद सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आगामी विधानसभा चुनाव से पहले आखिरी कैबिनेट विस्तार करते हुए, आज दागी पूर्व खनन मंत्री गायत्री प्रजापति सहित चार मंत्रियों को शामिल कर लिया। इसी क्रम में छह राज्य मंत्रियों को ‘पदोन्नत’ भी किया गया है। सबसे ख़ास बात यह है कि गायत्री प्रजापति वहीं हैं, जिन्हें अभी कुछ ही दिन पहले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंत्री पद से हटाया था।
पारिवारिक दबाव के चलते आखिरकार अखिलेश को दोबारा गायत्री प्रजापति को मंत्रिमंडल में शामिल करना पड़ा। आज दोबारा शपथ लेने के बाद गायत्री प्रजापति ने तीन बार अखिलेश यादव के पैर छुए और इसके बाद सपा सुप्रीमों मुलायम सिंह को दण्डवत प्रणाम किया।
आपको बता दें कि आज राजभवन में आयोजित समारोह में राज्यपाल राम नाईक ने गायत्री, मनोज पाण्डेय, शिवाकांत ओझा और जियादुद्दीन रिजवी को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। गौरतलब हो कि दो हफ्ते पहले बर्खास्त गायत्री को राज्य कैबिनेट में शामिल करने के फैसले को एक सामाजिक कार्यकर्ता ने हालांकि चुनौती दी थी। वहीं पहले बर्खास्त किए गए गायत्री प्रजापति दोबारा मंत्री बने तो मुलायम को ही भगवान बता दिया।
आज शपथ के बाद प्रजापति ने कहा, नेताजी को बधाई, मुख्यमंत्री जी को विशेष बधाई। नेताजी भगवान हैं। मुख्यमंत्री जी ने अन्याय के खिलाफ काम किया। मैं गरीब के घर पैदा हुआ हूं। मुझ पर विरोधियों ने झूठे आरोप लगाए हैं। फिर उन्होंने मुलायम के पैर तो छुए ही सीएम अखिलेश के पैर भी छुए। उन्होंने तीन बार अखिलेश के पांव छुए और मुलायम के पैर पर दंडवत लेट गए। वहीं मुलायम सिंह यादव ने मंत्रिमंडल विस्तार पर सभी को बधाई दी। उन्होंने कहा सबको बधाईयां, मुझे उम्मीद है कि जनता की ईमानदारी से सेवा करेंगे।