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‘भारत माता की जय’ बोलने को लेकर रोज़ एक नया बयान सुनने को मिल रहा है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक़ अब इस मसले पर दारुल उलूम देवबंद ने एक फतवा जारी कर मुसलामानों को भारत माता की जय बोलने से रोका है। देवबंद ने फतवा के ज़रिए कहा कि जैसे हम ‘वंदे मातरम’ नहीं बोल सकते, उसी तरह भारत माता की जय भी नहीं बोला जा सकता।
‘भारत माता की जय’ के घोष पर आजकल भारी राजनीति की जा रही है। इसी तर्ज़ पर मौके पर चौका अब दारूल उलूम देवबंद ने लगाया है। देवबंद ने फतवा जारी कर मुसलमानों को भारत माता की जय बोलने से मना कर दिया है।
यही नहीं देवबंद ने जारी फतवा में यह प्रश्न भी किया कि ‘इंसान ही इंसान को जन्म दे सकता है। धरती मां कैसे हो सकती है? मुसलमान अल्लाह के अलावा किसी की पूजा नहीं कर सकता तो भारत को देवी कैसे माने? मुसलमानों को खुद को इस नारे से अलग कर लेना चाहिए।
फतवा में आगे कहा गया है कि हम देश से प्यार करते हैं, लेकिन हम सिर्फ एक ईश्वर में यकीन रखते हैं।’ इसलिए भारत माता की जय कैसे बोला जा सकता है।
देवबंद के प्रवक्ता ने इस मामले के बारे में कहा कि हम अल्लाह के अलावा किसी की इबादत नहीं कर सकते। इसका मतलब यह नहीं कि हम देश से प्रेम नहीं करते। उन्होंने बताया कि देश की आज़ादी में उलेमाओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही है, इसे हमें नहीं भूलना चाहिए।