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नार्थ दिल्ली के सिविल लाइन्स में एक अमीर पिता के नाबालिग बेटे ने प्राइवेट कंपनी में कार्यरत अधिकारी सिद्धार्थ को अपनी तेज रफ़्तार मर्सिडीज़ गाड़ी से कुचलकर मौत के घाट उतार दिया। इस दुर्घटना के बाद से दिल्ली पुलिस भी सवालों के घेरे में है।
मृत सिद्धार्थ की बहन शिल्पा ने पुलिस पर सवाल उठाते हुए कहा कि घटना के 24 घंटे बाद पुलिस ने गिरफ्तारी की है, अगर घटना के वक़्त आरोपी नशे में रहा हो तो हमें कैसे पता चलेगा। हमें कानून का ज्ञान नहीं लेकिन आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी ही चाहिए। सिद्धार्थ के पिता ने कहा कि “हमने किसी और के शौक के चलते अपना बेटा खो दिया। नाबालिग से ज्यादा उसका वो पिता दोषी है, जिसने गाड़ी अपने बेटे को सौंपी। नाबालिग का पिता उतना ही दोषी है।
पहले पुलिस ने नाबालिग को गिरफ्तार किया लेकिन शाम को उसकी जमानत हो गई। पिता अभी भी गिरफ्त में ही है। पता चला है कि हादसे के वक़्त कार में 8 लड़के सवार थे।
सूत्रों के अनुसार सिद्धार्थ शर्मा एक निजी कम्पनी में मार्केटिंग अधिकारी थे और अमरीकी स्ट्रेटफोर्ड विश्वविद्यालय से सम्बद्ध एक संस्थान से व्यावसायिक पाठ्यक्रम भी कर रहे थे। गत सोमवार की रात जब उनके एक दोस्त ने सिविल लाइन्स रेस्तरां के पास छोड़ा तभी ज़ेबरा क्रासिंग से सड़क पार कर रहे सिद्धार्थ को तेज रफ़्तार मर्सिडीज़ कार ने टक्कर मारी।
DCP मधुर वर्मा ने बताया कि मृतक के परिजनों की दरयाफ्त पर केस को दर्ज किया गया है और मामले की तफ्तीश जारी है। कार को जब्त करने के बाद ही आरोपी की गिरफ्तारी की जा सकी है। पूछताछ के बाद ही मामले में आगे बढ़ा जा सकता है।
घटना स्थल पर मौजूद लोगों के अनुसार घटना के बाद ही कार में सवार सभी लड़के वहां से कार को छोड़ भाग गये। पुलिस ने कार को जब्त कर लिया है। पुलिस की शुरूआती जांच से किशोर के कार चलाने की बात सामने आई है। कार सिविल लाइन्स स्थित ओबेराय अपार्टमेन्ट के फ्लैट नम्बर B-52 में रहने वाले व्यापारी मनोज अग्रवाल के नाम पर पंजीकृत है।
पुलिस का अंदेशा है कि मौजमस्ती करने के उद्देश्य से निकले किशोर जिसके पास ड्राइविंग लाइसेंस तक नहीं है, के द्वारा ये दुर्घटना हुई है।
सिद्धार्थ शर्मा और उनका परिवार मूलतः मुंबई महाराष्ट्र के रहने वाले हैं। कुछ ही साल पहले वो दिल्ली शिफ्ट हुए थे। सिविल लाइन्स के ही यमुना मार्ग के वाइट हाउस अपार्टमेंट में वो अपने परिवार के साथ रहते थे। उनके परिवार में पिता हेमराज, माँ मधु के अलावा पत्नी सोनम हैं। दो साल पहले सिद्धार्थ ने भाभा एटॉमिक सेंटर से बतौर कंसल्टेंट नौकरी छोड़ी थी।