अनुज हनुमत,
नोटबंदी के मुद्दे पर विपक्ष का चौतरफा दबाव झेल रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऊपर एक के बाद एक बड़े नेता द्वारा हमला किया जा रहा है। खास तौर पर पीएम नरेंद्र मोदी को घेरने का कोई भी मौका कांग्रेस नहीं छोड़ना चाहती है और इसे लेकर मणिशंकर अय्यर, दिग्विजय सिंह और संदीप दीक्षित जैसे कांग्रेस नेताओं ने पीएम मोदी को फिर निशाने पर लिया।
आपको बता दें कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने तो मोदी की तुलना तानाशाह शासक मुसोलिनी से कर दी। मणिशंकर अय्यर ने कहा कि मोदी ने खुद को दिखाने के लिए किसी से राय नहीं ली, जैसा मुसोलिनी करता था ताकि खुद को दिखा सके। नतीजा आम आदमी को मुश्किलें ही मुश्किलें हैं।
मणिशंकर ने कहा कि इनकी बर्बादी शुरू हो चुकी है। उन्होंने नोटबंदी के फैसले को मोदी के राजनीतिक पतन की शुरुआत करार दिया। दरअसल, नोटबंदी के फैसले के खिलाफ अय्यर ने कहा कि विरोध पार्लियामेंट में हीं नहीं हर बैंक-एटीएम की कतार में देख सकते हैं। कुछ चंद लोगों को शिकार बनाने के लिए इन्होंने पूरा एक बोफोर्स गन निकाल लिया। जनता खुद से पूछ रही है कि इस व्यक्ति के लिए हमने वोट क्यों डाला? देश की बर्बादी शुरू हो चुकी है।
उधर, कांगेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी नोटबंदी के फैसले को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा है कि बिना प्लानिंग के ये कदम उठाया गया। ये परेशानी कम से कम 24 महीने और चलेगी। इससे काला धन वाले नहीं बल्कि आम लोग परेशान हुए हैं।
पूर्व सांसद और कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा कि इस फैसले से आम आदमी परेशान हो रहा है। सरकार बदलने का समय आ गया है। वित्त मंत्री बदलने का समय आ गया है। सरकार चाहती है कि जो जज बने वो सरकार और संघ के दुमछल्ले हों, ऐसा नहीं होगा।
गौरतलब है कि मोदी सरकार ने काले धन और भ्रष्टाचार से निपटने के लिए आठ नवंबर को 500 और 1,000 रुपये के नोट अमान्य करने का फैसला किया था। इस फैसले के बाद देश भर में बैंकों और एटीएम के बाहर रुपये बदलवाने और एटीएम से पैसा निकालने वालों की भारी भीड़ उमड़ी हुई है।