ShikhaPandey@Navpravah.com
सांसद कीर्ति आज़ाद के निलंबन के बाद इस मामले पर चर्चा करने के लिए मार्गदर्शक मंडल के कुछ सदस्य तथा भाजपा के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने गुरुवार को मुलाकात की. यह मीटिंग मुरली मनोहर जोशी के घर हुई, जिसमें लालकृष्ण आडवाणी, शांता कुमार, यशवंत सिन्हा जैसे भाजपा नेता मौजूद थे.
कीर्ति आज़ाद के निलंबन पर आप नेता आशुतोष ने टिप्पणी की कि भाजपा हमेशा भ्रष्टाचार के साथ थी और है. कीर्ति आज़ाद 10 सालों से DDCA घोटालों के खिलाफ निष्पक्ष लड़ रहे हैं. आरोप अरुण जेटली पर हैं तो जेटली को निलंबित करने की बजाय आज़ाद को निलंबित कर दिया गया है. अब प्रधान मंत्री जी को अब ये नहीं कहना चाहिए कि मैं न खाता हूँ न खाने देता हूँ. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने कुछ दिनों पहले ही कहा था कि जिस प्रकार हवाला प्रकरण में लालकृष्ण आडवाणी बेदाग़ साबित हुए थे उसी प्रकार अरुण जेटली भी होंगे.
इन सभी मुद्दों पर अरुण जेटली ने फेसबुक पर अपना मत व्यक्त करते हुए कहा कि पिछले कुछ महीनों से भाजपा पार्टी के कुछ नेता तथा आप पार्टी के कुछ सदस्य पार्टी के खिलाफ गलत टिप्पणी कर रहे हैं जिसके लिए पार्टी ने उन्हें समझाया भी था. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने प्रधानमंत्री या बाकी लोगों के लिए जिस प्रकार की भाषा का प्रयोग किया, उसका क्या ? यदि केंद्र से जुड़ा कोई भी व्यक्ति ऐसी अभद्र भाषा का प्रयोग करेगा तो उसे देश भर में गुस्से का शिकार होना पड़ेगा. ज़िम्मेदार पदों पर बैठे लोगों को संयम बरतना ज़रूरी है. ये लोग बाहरी नहीं हैं, इनसे ऐसी अभद्रता की आशा नहीं की जा सकती.
इस पर “आप” नेता आशुतोष ने पलटवार करते हुए कहा कि जेटली जी बौखलाए हुए हैं. उन्हें हम पर आरोप लगाने की बजाय अपनी पार्टी की पाठशाला शुरू करनी चाहिए और प्रधानमंत्री को भी उसका हिस्सा बनाना चाहिए. हमारी भाषा को अभद्र कहने वाले अपनी भाषा पर गौर करें, जिन्होंने अरविन्द केजरीवाल के गोत्र को गाली दी थी. हमें नक्सली बताकर जंगल में रहने की सलाह दी थी. हमारे लिए “हरामजादा” जैसे शब्द का प्रयोग किया था. इसलिए हम पर आरोप लगाने की बजाय अपनी पार्टी के लिए पाठशाला आयोजित करें और उन्हें सिखाएं कि किस प्रकार की भाषा इस्तेमाल करें.