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उत्तर प्रदेश के बिजनौर से खबर आई है कि NIA के एक आला अधिकारी और उनके परिवार पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई गईं जिसमे NIA के DSP तंजील अहमद की मृत्यु हो चुकी है और उनका परिवार गंभीर रूप से घायल है. तंजील अहमद गत रात्रि एक पारिवारिक कार्यक्रम से अपनी पत्नी व बच्चों के साथ लौट रहे थे तभी मोटरसाइकिल पर सवार अज्ञात बदमाशों ने उनकी गाड़ी रोकी और अंधाधुंध फायरिंग कर दी.
तंजील अहमद और उनका परिवार भांजी की शादी से घर लौट रहा था. रात में 1 बजे के आसपास रास्ते में पड़ने वाली एक पुलिया में कुछ बदमाशों ने जो उनकी गाड़ी को बाइक से ओवरटेक कर चुके थे , गोलियां बरसानी शुरू कर दी. इस फायरिंग में तंजील अहमद की मौत हो गई. पुलिस सूत्रों के अनुसार गोली 9 एमएम पिस्टल से चलाई गयी है, और अहमद के शरीर में 21 गोलियां लगी हैं जिसमें डीएसपी की मृत्यु हो गई. डीएसपी अहमद की पत्नी फरजाना बुरी तरह से घायल हैं. सूत्रों के मुताबिक तंजील अहमद की पत्नी को तीन गोलियां मारी गई हैं और उनकी हालत नाजुक है. डीएसपी की घायल पत्नी का इलाज नोएडा के फॉर्टिस हॉस्पिटल में किया जा रहा है. घटना स्थल पर तंजील अहमद के दो बच्चे भी मौजूद थे जो बिलकुल सुरक्षित हैं. हमले की सूचना मिलते ही लखनऊ डीआईजी,एनआईए और एटीएस की टीम बिजनौर पहुंच गई हैं. डीएसपी की हत्या के पीछे किसी गहरी साज़िश का अनुमान लगाया जा रहा है. कुछ लोग इसे आतंकी साज़िश भी मान रहे हैं.
डीएसपी तंजील अहमद, NIA के ऑपरेशन कोर टीम का हिस्सा थे और वो सभी बड़े आतंकवादी वारदातों की जाँच में भी मुख्य रूप से शामिल रहे हैं जिसमे पठानकोट हमले की जांच भी शामिल है. जब पाकिस्तान से JIT जांच करने आई थी तब भी तंजील अहमद पांच दिन तक टीम के साथ रहे. इसके अलावा अहमद के पास भारत में ISIS के मोड्यूल की जांच ,पश्चिम बंगाल के बर्धमान में हुए आतंकी हमले की जांच और आतंकियों के जाली नोटों से जुड़े मामलों की जाँच जैसे महत्वपूर्ण काम भी थे