ब्यूरो
हिन्दुस्तान अखबार के पत्रकार राजदेव रंजन की ह्त्या के अगले दिन समाचार पत्र ने पहले पृष्ठ को ब्लैक एंड वाइट रंग में छापकर इस कृत्य को काला दिवस करार दिया है। गौरतलब है कि बिहार के सीवान में शुक्रवार शाम हिन्दुस्तान के पत्रकार राजदेव रंजन को अपराधियों ने गोली मारकर ह्त्या कर दी। लगातार हो रही हत्या की घटनाओं की वजह से आमजनमानस डरा है। हिन्दुस्तान अखबार ने बिहार में इसे काला दिवस के रूप में दिखाया है।
बिहार में पत्रकार की मौत से राजनीतिक तपके में भेी खलबली मच गई है। हर तरफ से सुशासन बाबू नितीश कुमार पर हमले हो रहे हैं। पत्रकार की हत्या उसके सालगिरह से महज़ एक दी पहले हुई। रंजन पर हमला करने वाले 4 की संख्या में थे, जिसमें से पुलिस के मुताबिक 2 की पहचान कर ली गई है। राजदेव रंजन को 5 गोलियां लगी जिसमें 1 सिर में और दूसरी गर्दन और 3 पेट में गोली लगी है।
इस पूरे मामले में बीजेपी के नेता सुशील कुमार मोदी ने नीतीश सरकार पर हमला करते हुए कहा किसीवन शाहबुद्दीन के प्रभाव वाला क्षेत्र है। अभी तक कभी पत्रकारों पर हमला नहीं हुआ लेकिन अब हत्या हो रही है। मोदी ने कहा कि हम लोग बड़ी मेहनत से लालू जी के 15 साल के जंगलराज से बिहार को वापस लाए थे लेकिन अब लोगों में डर बैठा हुआ है कि फिर से जंगलराज वापस आ रहा है।
हत्या के बाद से ही लगभग सभी दलों ने बिहार सरकार की व्यवस्था पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है। आलोचना सह रही सरकार के नेताओं ने ढाढस तो बंधाया है लेकिन विपक्ष का दबाव कम होता नहीं दिख रहा है। सत्ता पक्ष इस विषम परिस्थिति में भी विरोधियों पर आरोप लगा रहे हैं कि दूसरे दलों के लोग सरकार की छवि खराब कर रहे हैं।