ShikhaPandey@Navpravah.Com
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अफगानिस्तान में नए संसद भवन के उद्घाटन के अवसर पर पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि अफगानिस्तान की प्रगति तभी संभव है जब सीमाओं पर से आतंकवाद समाप्त हो और आतंकवाद की नर्सरी एवं शरण स्थान ख़त्म हों।
उन्होंने इस बात की घोषणा की कि भारत यदि अफगानिस्तान में है तो अफगानिस्तान का सहयोग करने के लिए है, उससे मुक़ाबला करने के लिए नहीं,मज़बूत भविष्य की नींव रखने के लिए है,वैमनस्य की आग भड़काने के लिए नहीं।प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि आतंक और हिंसा कभी भी एक संघर्षरत देश का मज़बूत भविष्य साकार करने का जरिया नहीं बन सकते और न ही जनता की पसंद पर अपना हुक्म थोप सकते हैं।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ घनी की मौजूदगी में आज अफगानिस्तान की नयी संसद भवन इमारत का उद्घाटन किया व दोनों सदनों को संबोधित किया।यह इमारत भारत द्वारा अफगानिस्तान को भेंट दी गई है जिसे 9 करोड़ डॉलर यानी कि 6 अरब की लागत से बनाया गया है।
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में प्रधानमंत्री ने अमिताभ बच्चन की फिल्म जंजीर का ज़िक्र भी किया जिसमें पठान शेऱखान और अमिताभ की दोस्ती की कहानी है।
उन्होंने बताया कि भारत भी अफगानिस्तान के साथ वैसी ही दोस्ती निभाएगा जैसी शेऱखान और अमिताभ ने फ़िल्म “जंजीर” में निभाई थी.
आज पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के 91वें जन्मदिन के उपलक्ष्य में संसद की इस इमारत में एक ब्लॉक का नाम “अटल ब्लॉक”रखा गया है व प्रधानमंत्री ने अपने वक्तव्य में बताया भी कि इस इमारत के उद्घाटन का इससे अच्छा अवसर हो भी नहीं सकता था।
गौरतलब है कि इस इमारत का निर्माण कार्य वर्ष 2007 में शुरू किया गया था जिसका सपना पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी व अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करज़ई ने मिल कर देखा था।