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इलाहाबाद विश्वविद्यालय की सभी प्रवेश परीक्षाओं में ऑनलाइन के साथ ऑफ़लाइन के विकल्प देने की मांग को लेकर मंगलवार को भी पूरे दिन छात्र संघ पदाधिकारियों सहित तमाम छात्र संगठनों का सामूहिक विरोध प्रदर्शन जारी रहा। किसी भी घटना से निपटने के लिए कल सुबह से ही कैम्पस में भारी पुलिस बल तैनात थी।
ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा के खिलाफ विवि में अभी भी गहमा गहमी बरकरार है। कल जिलाधिकारी संजय कुमार को ज्ञापन देने जाने से पहले धरने को सम्बोधित करते हुए अपने आक्रामक अंदाज में छात्र संघ अध्यक्षा रिचा सिंह ने कहा कि अब ये आर-पार की लड़ाई है और कल से इसे पूरे देश का बड़ी संख्या में समर्थन मिलेगा और सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में ०५ तारीख से हमारे समर्थन में भूख हड़ताल होगी क्योंकि, कुलपति छात्रों से बात नहीं करके अपनी हठधर्मिता दिखा रहे हैं। इसीलिए हम अब बुधवार सुबह ११ बजे कुलपति कार्यालय पर आमरण अनशन करेंगे।
उधर विवि प्रशासन की तरफ से चीफ प्राक्टर एन.के. शुक्ल ने कहा कि कुलपति कार्यालय के पास किसी को प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं मिलेगी। अगर छात्र कुलपति कार्यालय पर आएंगे तो उन्हें वहां से हटाया जाएगा। वहीं विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्र नेता सूर्यप्रकाश मिश्र ने कहा, “विवि प्रशासन तानाशाही रुख अपना रहा है जो कि छात्र हितों की अनदेखी है। कल से हम आमरण अनशन पर बैठेंगे और तब पीछे नहीं हटेंगे जब तक हमारी मांगें मानी नहीं जाएंगी। जिन १७ छात्रों को निलम्बित किया गया था विवि प्रशासन उनका निलंबन वापस ले।”
देर शाम छात्रों ने जिलाधिकारी संजय कुमार से मिलकर अपनी मांगो से संबंधित ज्ञापन सौंपा। एक तरफ वि. वि. प्रशासन विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों से बातचीत करने को तैयार नहीं है और वहीं दूसरी तरफ छात्र संघ पदाधिकारी भी अपनी मांगों को लेकर पीछे हटने को तैयार नहीं है। कैम्पस में परीक्षाओं का माहौल है और अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आज इस आनलाइन मुद्दे पर क्या निर्णय निकलर आता है।