Amit Dwivedi@Navpravah.com,
निर्देशक : लव रंजन
संगीत : हितेश सोनिक, शरीब साबरी, तोषी साबरी
कलाकार : कार्तिक आर्यन, नुसरत भरूचा, सनी सिंह, ओंकार कपूर, सोनाली सहगल, इशिता शर्मा, शरत सक्सेना
‘प्यार का पंचनामा 2’, बेहद गुदगुदाने वाली फ़िल्म है। फ़िल्म में दिखाया गया है कि लडकियां आज अपनी ख्वाहिशें पूरी करने के लिए कितनी खूबसूरती से लड़कों का इस्तेमाल करती हैं। इसलिए अगर आप अपनी गर्लफ्रेंड के साथ फ़िल्म देखने जा रहे हैं तो इस बात का ख़याल रखें कि इस फ़िल्म का कांसेप्ट आपकी निजी ज़िन्दगी पर भारी न पड़ जाए!
कहानी आगे बढती है और दिल्ली में रहने वाले तीन लड़कों गोगो (कार्तिक आर्यन), ठाकुर (ओंकार कपूर) और चौका (सनी सिंह) की ज़िन्दगी में चीकू, सुप्रिया और कुसुम की एंट्री होती है। इश्क़ की सरहद को पार करते हुए ये तीनों पहले तो उनकी हर फरमाइश पूरी करते हैं और रिश्ते को लेकर गंभीर भी होते हैं लेकिन धीरे-धीरे इन्हें समझ आता है कि लड़कियां बस इनका फायदा उठा रही हैं।
जवानी में लड़कियों को पाने के लिए लड़के किस हद तक जाते हैं ये बात फिल्म में अच्छे से दिखाई गई है।
लगातार गुदगुदाने वाले दृश्य आपको बोर नहीं होने देंगे। निर्देशक लव की कल्पनाशीलता अवश्य ही लडखडाती नज़र आती है लेकिन फ़िल्म के लेखक ने अपनी ज़िम्मेदारी बखूबी निभाई है। गाने बहुत अधिक आकर्षित नहीं कर पाए हैं। हाँ, सिनेमैटोग्राफी आपको ज़रूर अच्छी लगेगी।
फिल्म के संवाद चुटीले हैं लेकिन अपशब्दों का भी जमकर इस्तेमाल हुआ है। बीप का भरपूर इस्तेमाल हुआ है लेकिन डायलॉग आपको आसानी से समझ में आ जाएंगे।
कार्तिक आर्यन, सनी सिंह और ओंकार कपूर, इन तीनों कलाकारों की ट्यूनिंग ज़बरदस्त है। वहीं लड़कियों के किरदार नुसरत भरुचा, ईशिता शर्मा और सोनाली सहगल ने निभाए हैं, जिनसे जमकर ओवर एक्टिंग कराई गई है।
जिन्होंने प्यार का पंचनामा का पहला भाग देखा है, उन्हें इस फ़िल्म में चेहरे के अलावा कुछ भी फ्रेश नज़र नहीं आएगा। कहना ग़लत न होगा कि दूसरा पंचनामा मात्र टाइम पास है। दर्शक इस बात का ख़याल रखें कि इस फ़िल्म के कांसेप्ट को उनकी गर्लफ्रेंड दिल पर न लें।