कोमल झा|Navpravah.com
हॉलीवुड प्रोड्यूसर हार्वी वीनस्टाइन से जुडे़ यौन उत्पीड़न मामलों के सनसनीख़ेज़ खुलासे के बाद ग्लैमर इंडस्ट्री में कास्टिंग काउच जैसे मुद्दों पर एक बहस छिड़ी हुई है। कास्टिंग काउच और यौन शोषण पर कई एक्टर्स के खुलासे पर बहस अभी थमी ही नहीं थी कि अब बॉलीवुड डायरेक्टर मुकेश भट्ट ने इस पर एक विवादित बयान दे दिया है।
फिल्म एंड टेलीविजन प्रोड्यूसर्स गिल्ड ऑफ इंडिया के चेयरमैन मुकेश भट्ट से जब इंडस्ट्री में यौन उत्पीड़न के मामले को लेकर सवाल किया गया तो, उन्होंने कहा था- ”हम लोग क्या कर सकते हैं। मोरल पुलिसिंग नहीं की जा सकती। कोई लड़की यौन उत्पीड़न का शिकार ना बने, इसके लिए हर फ़िल्ममेकर के दफ़्तर के बाहर मोरल पुलिस तैनात नहीं की जा सकती।” और उन्होंने आगे कहा, ‘मैं यह नहीं कहता कि महिलाओं का शोषण करने वाले पुरुष समाज में नहीं होते। ये शोषण सदियों से होता चला आ रहा है, लेकिन आज के दौर में महिलाएं भी उतनी मासूम और सीधी सादी नहीं हैं जितनी दिखने की कोशिश करती हैं। समाज में अच्छे बुरे हर तरह के इंसान मौजूद हैं, इसलिए कुछ चालाक महिलाएं पुरुषों का शोषण भी करने वाली होती हैं।’
भट्ट के इस बयान के बाद उनकी आलोचना की जाने लगी, उन्हें अपने बयान पर सफाई देनी पड़ी। मुकेश भट्ट ने कहते हैं- ”जो मैंने कहा और जिस तरह उसे पेश किया गया, वो एक-दूसरे के बिल्कुल विपरीत हैं। ‘मेरा ये कहना साफ था कि पहले तो इंडस्ट्री में यौन शोषण जैसी घटनाएं होनी ही नहीं चाहिए। और कहा कि यौन उत्पीड़न लिंग पर आधारित नहीं होता। कुछ मामलों में पुरुष फ़ायदा उठाते हैं और कुछ में महिलाएं इसका फ़ायदा उठाती हैं। इसे तोड़-मरोड़कर कहा जा रहा है, जिससे ये मुद्दे से भटक गया।”