न्यूज़ डेस्क | नवप्रवाह न्यूज़ नेटवर्क
मुस्लिमों को भड़कानेवाला कट्टरपंथी इस्लामिक प्रचारक और गिरफ्तारी के डर से भारत का भगौड़ा ज़ाकिर नाइक भारत में काफी नफरत फैलाने का काम करता है. भले ही वह मलेशिया में छिपा हुआ है, लेकिन ज़ाकिर इस समय सोशल मीडिया के जरिये न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में मुसलमानों को भड़काने में लगा हुआ है. लेकिन अब यह और दिनों तक नहीं चलेगा, क्योंकि मोदी सरकार अब जल्द ही ज़ाकिर नाइक के पीस टीवी मोबाइल एप एवं सोशल मीडिया हैंडल पर लगाम लगाने की तैयारी कर रही है.
भारत और बांग्लादेश में आतंक को बढ़ावा देने के लिए वांछित ज़ाकिर नाइक पीस टीवी चैनल, उससे संबन्धित मोबाइल एप एवं यूट्यूब चैनल से हाथ धो सकता है, क्योंकि इस समय केंद्र सरकार ज़ाकिर नाइक के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है. गृह मंत्रालय को सब्मिट की गई रिपोर्ट में इंटेलिजेंस ब्यूरो ने बताया कि पीस टीवी और उसके सोशल मीडिया हैंडल आतंकवाद को बढ़ावा देने हेतु युवाओं की भर्ती कर रहे हैं, और भारत विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे हैं.
उन्होंने ये भी दावा किया कि ज़ाकिर नाइक के संगठन के संबंध जिहादी गुटों से भी हैं, और उन्हें अरब देशों से भारत के विरुद्ध जहर फैलाने के लिए खूब धन भी मिलता है. इसमें कोई संदेह नहीं है कि नाइक सोशल मीडिया पर मुसलमानों को भड़काने के लिए काफी सक्रिय रहता है. कुछ महीने पहले जनाब ने एक वीडियो में दावा किया था कि भारत में 60 प्रतिशत से भी कम मुसलमान हैं, और मुसलमानों को इस स्थिति का फायदा उठाकर अपने ‘हक’ के लिए आगे लड़ाई बढ़ानी चाहिए.
अगर रिपोर्ट पर ध्यान दिया जाये तो नाइक के वैमनस्य पर केंद्र सरकार ने कतई आंखें नहीं मूंद रखी हैं. इसी दिशा में आगे कारवाई करने के लिए आईबी, एनआईए एवं अन्य इंटेलिजेंस एजेंसियों के साथ निरंतर गृह मंत्रालय के दफ्तर में बैठके हो रही हैं, और ज़ाकिर नाइक के विरुद्ध आगे की कार्रवाई के लिए खाका भी तैयार किया जा रहा है.
बता दें कि ज़ाकिर नाइक एक कट्टरपंथी इस्लामिक प्रचारक है, जिसे कई देशों द्वारा प्रतिबंधित किए जाने पर वह इस समय मलेशिया में छुपा हुआ है, जहां से उसे प्रत्यर्पित करने के लिए भारत एड़ी चोटी का ज़ोर लगा रहा है. ज़ाकिर नाइक के पीछे बांग्लादेश भी इसलिए पड़ा है, क्योंकि ढाका में हुए आतंकी हमले को अंजाम देने वाले आतंकी उसके उपदेश से काफी प्रभावित थे.
पिछले वर्ष एनआईए ने आईएसआईएस से संबन्धित 127 आतंकियों को हिरासत में लिया था और जांच में ये सामने आया कि सभी ज़ाकिर के भाषणों से काफी प्रभावित थे. इसके अलावा यूके प्रशासन ने नाइक के पीस टीवी चैनल और पीस टीवी उर्दू 3 लाख ब्रिटिश पाउंड का जुर्माना भी लगाया था. अब केंद्र सरकार ने ज़ाकिर नाइक पर लगाम लगाने के लिए पूरी तरह कमर कस ली है.