लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार सुबह अयोध्या पहुंचे है. आपको बता दें कि उन्होंने अयोध्या में मुख्यमंत्री आरोग्य मेला का उद्घाटन किया. उनका 4 घंटे राम नगरी में रहने का कार्यक्रम है. इस दौरान वह श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपालदास से मणिराम दास छावनी में मुलाकात करेंगेगौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट से फैसला आने के बाद से ही योगी सरकार अयोध्या को चमकाने में जुटी हुई है. वहीं बताया जा रहा है कि अपने दौरे के दौरान ही सीएम सीएचसी और पीएचसी का निरीक्षण भी करेंगे. वह सुग्रीव किला में आयोजित साकेतवासी स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य के बैकुंठ महोत्सव कार्यक्रम में शरीक होंगे.
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री बिरला मंदिर के सामने पुराना बस अड्डा स्थल पर कार्यक्रम में भी शिरकत कर सकते हैं. वहीं अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का फैसला आने के बाद से देश-दुनिया की निगाहें इसी पर टिकी हुई हैं. उत्तर प्रदेश सरकार ने इसे विकसित करने के लिए कई योजनाओं की घोषणाएं कर रखी हैं. मंदिर के निर्माण से पर्यटन को भी नई गति मिलने की पूरी उम्मीद है.
क्या है योजना
बहरहाल, राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय से जुड़े पर्यटन विशेषज्ञ आचार्य मनोज दीक्षित ने बताया, “आने वाले लोगों की पर्यटकों व श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि होगी, क्योंकि अब मंदिर को लेकर तनाव खत्म हो गया है. अभी यहां पर विशेष काम होना बाकी है. यहां पर्यटन को बढ़ाने के लिए कई जमीनी स्तर के काम किए जाने की जरूरत है. अभी यहां पर मुख्य लिंक ज्यादा मजबूत नहीं है. अयोध्या को पूर्वांचल पथ से जोड़ा जाए.”
उन्होंने, “अयोध्या-काशी फोर लेन यहां के पर्यटन के लिए काफी कारगर होगी. पर्यटकों के लिए कुछ नई ट्रेन चलाई जा सकती है. यहां पर कर्तनिया घाट से क्रूज चलाए जाने की बहुत ज्यादा संभावना है. आध्यात्मिक सांस्कृतिक के अलावा आर्थिक रूप से यहां का पर्यटन मजबूत हो सकता है.”