E-Cigarettes का इस्तेमाल करने वाली महिलाएं हो सकतीं हैं बांझपन का शिकार !

हेल्थ डेस्क। E- Cigarettes के बारे में लोगों को कम पता रहता है। E- Cigarettes यानी इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट इन दिनों काफी चर्चा में है। लोग ऐसा मानते हैं कि इसको पीना सेफ है बजाय असली सिगरेट के। लेकिन ऐसा सच नहीं है। ये आपके दिल पर भी बुरा असर डालती है। इसमें और असली सिगरेट में ज्यादा अंतर नहीं होता है। वैसे तो स्मोकिंग हर किस के लिए हानिकारक है।

इसी के साथ लेकिन अब एक नई रिसर्च में यह बात सामने आयी है कि E- Cigarettes की वजह से कम उम्र की महिलाओं में बांझपन का खतरा बढ़ता है।

दरअसल, इन दिनों बड़ी संख्या में यंग और प्रेग्नेंट महिलाएं E- Cigarettes को सेफ मानकर स्मोकिंग के ऑल्टरनेटिव के तौर पर E- Cigarettes का इस्तेमाल कर रही हैं। E- Cigarettes पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं में भी प्रचलित है। पर महिलाओं को फर्टिलिटी और प्रेग्नेंसी के नतीजों पर इसका क्या असर पड़ता है, इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।

यूनिवर्सिटी ऑफ नॉर्थ कैरोलिना में हुई इस स्टडी के लीड ऑथर कैथलीन कैरून ने कहा, हमने अपनी स्टडी में पाया कि गर्भधारण से पहले अगर E- Cigarettes का इस्तेमाल किया जाए तो फर्टिलाइज्ड भ्रूण का गर्भाशय में इम्प्लांटेशन देर से होता है जिससे फर्टिलिटी घट जाती है।

इसके अलावा स्टडी में यह बात भी सामने आयी कि अगर कोई महिला प्रेग्नेंसी के दौरान E- Cigarettes का इस्तेमाल करती है तो इससे होने वाले बच्चे की ग्रोथ, मेटाबॉलिज्म और लॉन्ग टर्म हेल्थ पर भी बुरा असर पड़ता है।

इस स्टडी को जर्नल ऑफ इन्डोक्राइन सोसायटी में प्रकाशित किया गया है। E- Cigarettes के असर को जानने के लिए इस स्टडी में चूहों का इस्तेमाल किया गया था। यानि महिलाओं के लिए बेहद ही ज्यादा खतरनाक है E- Cigarettes।

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