टेक डेस्क। Gmail का इस्तेमाल हर कोई करता है। आजकल सारी जानकारी मेल द्वारा शेयर की जाती है, क्योंकि यह सुरक्षित माध्यम भी है। इसकी उपयोगिता इतनी ज्यादा है कि सभी स्मार्टफोन में जीमेल के लिए स्पेशल ऑइकन होता है। इस आर्टिकल में आपको जीमेल से जुड़े उन बातों को बताने जा रहे हैं, जिसके बारे में आप पहले से नहीं जानते होंगे। रोजाना आप इसका इस्तेमाल तो करते हैं, लेकिन असल में इस फीचर का क्या मतलब है उससे वाकिफ नहीं हैं।
‘To’ का क्या मतलब होता है
अगर किसी को मेल करना होता है तो ‘To’ में उसका मेल आईडी डालते हैं। सब्जेक्ट में कंटेट के बारे में बताते हैं और भेज देते हैं। मेल के जरिए आप टेक्स्ट फाइल, फोटो और वीडियो सबकुछ भेज सकते हैं। मेल भेजने के दौरान आपको ‘To’ के नीचे दो ऑप्शन ‘Cc’ और ‘Bcc’ दिखते होंगे। अमूमन ‘Cc’ और ‘To’ में जीमेल एड्रेस डालकर मेल सेंड कर दिया जाता है। लेकिन, सभी ऑप्शन का कुछ न कुछ मतलब होता है और कुछ स्पेशल फीचर भी होते हैं।
‘Cc’ का क्या मतलब होता है
‘To’ के अलावा ‘Cc’ में उस शख्स को रखा जाता है, जिसे आपके मेल और उसके कंटेट के बारे में जानकारी होना जरूरी है। इसलिए, इसे कार्बन कॉपी कहते हैं। ‘To’ और ‘Cc’ दोनों एक-दूसरे को देख सकते हैं। दोनों को मालूम होता है कि एक पर्टिकुलर मेल किसे-किसे भेजा गया है।
क्या होता है ‘Bcc’
‘Bcc’ को ब्लाइंड कार्बन कॉपी कहते हैं। अगर किसी को ‘Bcc’ में रखते हैं तो इसकी जानकारी ‘To’ और ‘Cc’ वालों को नहीं होगी। हालांकि, ‘Bcc’ वाला यह देख सकता है कि ‘To’ और ‘Cc’ में किसे-किसे रखा गया है। इस तरह से यह सीक्रेट कन्वर्सेशन का हिस्सा हो जाता है। ऐसे में अगर आप अपने दोस्तों को पार्टी दे रहे हैं और चाहते हैं कि यह सभी के लिए सीक्रेट रहे तो ‘To’ में अपना दूसरा मेल आईडी डाल दें और सभी को ‘Bcc’ में रखकर मेल भेज दें।
इसके अलावा दूसरा फायदा यह भी है कि, ‘Bcc’ में होने की वजह से महत्वपूर्ण लोगों की मेल आईडी कॉपी नहीं की जा सकेगी। अगर महत्वपूर्ण लोगों को ‘To’ और ‘Cc’ में डालते हैं तो हर कोई उनका मेल आईडी कॉपी कर सकता है और इससे स्पैमिंग का खतरा भी बढ़ जाता है।