लखनऊ. श्रीगुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव के अवसर पर मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास पर शब्द-कीर्तन और लंगर आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कार्यक्रम में शामिल हुए और माथा टेका। आज उस मुख्यमंत्री आवास पर गुरुबानी की गूंज काफी चर्चा में है, जहां कभी रोजा इफ्तार का आयोजन होता था।
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में अपने सरकारी आवास पर गुरु नानक देव जी महाराज के प्रकाश उत्सव पर उनके जीवन पर प्रकाश डाला। इस कार्यक्रम को संबोधित करते CM योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब बाबर के अत्याचार से धरती कांप रही थी, तब भी गुरु नानक जी ने उसकी बर्बरता के खिलाफ आवाज उठाने में कोई कमी नहीं छोड़ी थी।
योगी ने कहा कि शस्त्र और शास्त्र का जो समन्वय यहां है वैसा कहीं भी नहीं है। CM योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पूरी सरकार और समाज मिल कर योजना बनाएं कि गुरू नानक जी से जुड़े स्थलों को कैसे बड़े स्तर पर बढ़ा सकते हैं। उन्होंने कहा कि आज कोई भी ऐसा भारतीय नहीं है जो गुरु परंपरा का सम्मान नहीं करता है।
CM योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास पर गुरुबानी भी गूंजी। लंगर छकने के बाद उन्होंने कानपुर से आ रही प्रकाश यात्रा को अयोध्या के लिए रवाना किया। मुख्यमंत्री आवास पर आज दिन में गुरु नानक देव जी महाराज के प्रकाश उत्सव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब बाबर के अत्याचार से हमारी धरती कांप रही थी, तब सिख गुरु गुरुनानक ने आवाज उठायी थी। उन्होंने कहा कि गुरुनानक जी का काम सिर्फ सिख समुदाय के लिए नहीं, देश की रक्षा के लिए भी था। गुरुनानक देव जी ने मक्का-मदीना में भी जाकर वहां पर लोगों की आंखों को खोलने वाले चमत्कार करके दिखाए। यह उनके जीवन का हिस्सा नहीं था लेकिन उन्होंने इसको बखूबी दिखाया।
CM योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिन लोगों को उनकी आध्यात्मिक ताकत का अनुभव नहीं था, वे स्वयं उनके सम्पर्क में आकर प्रभावित होने से नहीं बचते थे। आज से 550 वर्ष पहले साधन नहीं थे। आज उन तमाम पवित्र स्थलों पर जाने के लिए हम लोग आलस्य करते हैं। याद करिए गुरुनानक देव जी के समय में साधन नहीं थे, उस समय संचार के कुछ भी माध्यम नहीं थे लेकिन उन्होंने कहां-कहां तक की यात्रा की।