Lucknow. रायबरेली में हुई दुर्घटना के बाद उन्नाव के माखी का बहुचर्चित दुष्कर्म कांड एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। जेल में बंद दुष्कर्म के आरोपित भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर फिर गंभीर आरोप लग रहे हैं। यूपी पुलिस भी रायबरेली में हुए हादसे की तह तक पहुंचने के लिए FSL (फोरेंसिक साइंस लैब) के विशेषज्ञों की मदद ले रही है।
आइजी कानून-व्यवस्था प्रवीण कुमार का कहना है कि महानगर स्थित FSL की एक टीम रायबरेली भेजी गई। घटना की सभी बिंदुओं से पड़ताल कराई जा रही है। हादसा या हत्या दोनों पहलुओं को दिखवाया जा रहा है।
आइजी का कहना है कि अभी परिवारीजन ने कोई तहरीर नहीं दी है। ट्रक चालक से भी पूछताछ की जा रही है। दूसरी ओर सवाल यह भी उठ रहा है कि आखिर पीड़िता के चाचा को किन परिस्थितियों में उन्नाव से रायबरेली जेल भेजा गया था। कहीं इसके पीछे भी कहीं कोई षड्यंत्र तो नहीं था। आठ अप्रैल 2018 को पीड़ित किशोरी ने परिवार के साथ मुख्यमंत्री आवास के पास आत्मदाह का प्रयास किया था। अगले ही दिन नौ अप्रैल को पीड़ित किशोरी के पिता की उन्नाव में न्यायिक अभिरक्षा में मौत हो गई थी।
जा चुकी है गवाह की जान
पीड़ित किशोरी के पिता की पीटकर की गई हत्या के मामले में मुख्य गवाह रहे यूसुफ की अगस्त 2018 में मौत हो गई थी। CBI ने यूसुफ के बयान दर्ज किए थे और उसे अपना गवाह बनाया था।