उन्नाव की दुष्कर्म पीडि़ता के दुर्घटना में घायल होने की CBI जांच कराएगी UP सरकार

Lucknow. उन्नाव में दुष्कर्म की शिकार युवती के कल रायबरेली में सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने के बाद भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर फिर से चर्चा में हैं। इस दुर्घटना को पीडि़ता की हत्या का प्रयास भी बताया जा रहा है। दुष्कर्म पीडि़ता का लखनऊ की किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में इलाज चल रहा है। उसकी हालत खतरे में हैं।

दुष्कर्म पीडि़ता के सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने के मामले में उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि जांच से पता चलता है कि यह पूरी तरह से एक ट्रक के कारण दुर्घटना थी। ट्रक ड्राइवर और मालिक को गिरफ्तार कर लिया गया हैं। उनसे पूछताछ जारी है। हम निष्पक्ष जांच कर रहे हैं। इसके बाद भी यदि पीडि़त परिवार मामले की सीबीआई जांच की मांग करता है, तो हम मामले को भी सीबीआई को सौंप देंगे।

लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में पीडि़ता के साथ ही उनके वकील को कल गंभीर रूप से भर्ती कराया गया था। जहां पर दोनों को लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है। इनकी हालत नाजुक बताई जा रही है। डॉक्टरों का कहना है कि पीडि़ता की कई हड्डियां टूट गई हैं। उनके सिर में चोट आई है। बहुचर्चित उन्नाव दुष्कर्म पीडि़ता कांड की पीडि़ता और वकील की हालात गंभीर बनी हुई है। इस दुष्कर्म के मामले में भारतीय जनता पार्टी के विधायक कुलदीप सेंगर मुख्य आरोपी हैं। कुलदीप सिंह सेंगर इस मामले में सीतापुर जेल में बंद हैं।

इस दुर्घटना पर लखनऊ जोन के एडीजी राजीव कृष्णा ने कहा कि डॉक्टरों ने मुझे बताया कि सड़क दुर्घटना में घायल हुई पीडि़ता और वकील को लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर डाल दिया गया है। पीडि़ता की कई हड्डियां टूट गई हैं। उनके सिर में चोट आई है।

एडीजी राजीव कृष्णन ने बताया कि पीडि़ता की कार को ठोकर मारने वाले ट्रक को जब्त कर लिया गया है। ड्राइवर तथा मालिक को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। अभी तक किसी ने इस मामले में एफआईआर दर्ज नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि मैंने पीडि़ता के परिवार के लोगों से इस मामले में एफआईआर दर्ज करवाने के लिए कहा है। एडीजी राजीव कृष्णा ने कहा कि जिस ट्रक से कार की भिडंत हुई उसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। ट्रक का नंबर प्लेट ब्लैक इंक से पेंट किया गया था। ट्रक और कार की फोरेंसिक जांच की जाएगी।

उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक पीडि़त परिवार ने खुद ही सुरक्षाकर्मी को साथ न आने के लिए कहा था क्योंकि कार में जगह कम थी। यह भी जांच का मामला है। इसकी जांच की जाएगी। पीडि़ता रायबरेली जेल में बंद अपने चाचा से रविवार को चाची, गांव की एक महिला तथा वकील के साथ मिलने जा रही थी। इसी दौरान इनकी कार को ट्रक ने टक्कर मार दी।

CBI को बयान देने दिल्ली से आई थी पीड़िता

पीड़िता व उसके परिवार को विधायक के खिलाफ दर्ज मुकदमा वापस लेने के लिए धमकाया जा रहा था। इसके चलते पीड़िता दिल्ली में रह रही थी। बीती 20 जुलाई को CBI को बयान देने गांव आई थी। रविवार को चाचा से मुलाकात के बाद वह दिल्ली लौटने वाली थी।

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