मुंबई। महाराष्ट्र की Uddhav Thackeray सरकार के सोमवार को होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार से पहले विभाग के बंटवारे को लेकर शिवसेना (Shiv Sena) और एनसीपी (NCP) के बीच फिर से मतभेद सामने आ रहे हैं। सरकार बनने के लगभग एक माह बाद यह मंत्रिमंडल विस्तार होने जा रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, एनसीपी की नजर गृह और नगर विकास विभागों पर है, लेकिन शिवसेना इसे अपने पास रखना चाहती है। हालांकि महा विकास अघाड़ी के नेता किसी भी प्रकार के विवाद से इनकार कर रहे हैं और उनका कहना है कि सरकार में सब कुछ ठीक चल रहा है।
सरकार के पहले मंत्रिमंडल विस्तार से पहले गठबंधन की पार्टियों में क्या सब कुछ ठीक है? क्या शिवसेना-एनसीपी के बीच विभागों के बंटवारे को लेकर अब भी विवाद है? ऐसे तमाम सवाल इसलिए खड़े हो रहे हैं क्योंकि विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, एनसीपी अपने लिए शिवसेना से गृह और नगर विकास मंत्रालय चाहती है, लेकिन शिवसेना इसके लिए तैयार नहीं है।
शिवसेना की कोशिश है कि वह इन दोनों विभागों को अपने पास रखे क्योंकि 2022 में बीएमसी का चुनाव होना है, जिसमें इन दोनों विभागों की ज्यादा अहमियत रहेगी। शपथ ग्रहण की तैयारियां भले ही जोर-शोर से चल रहीं हों, लेकिन विभागों के बंटवारे को लेकर मतभेद अभी भी बरकरार हैं। इसे सुलझाने के लिए पार्टी नेताओं के बीच लगातार बातचीत चल रही है। इस विषय पर एनसीपी नेता नवाब मलिक का कहना है कि हमारे बीच कोई विवाद नहीं है, लेकिन उनकी इस बात में विश्वास कम दिखाई दे रहा है।