लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हिंदू सभा के नेता कमलेश तिवारी की दिनदहाड़े निर्मम हत्या में नामजद दो मौलवी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। शनिवार सुबह तड़के मौलाना अनवारुल हक के साथ ही मुफ्ती नईम को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। हालांकि पुलिस ने इन दोनों की गिरफ्तारी पर पुलिस अधिकारी कुछ नहीं बोल रहे हैं।
कमलेश तिवारी की शुक्रवार को हत्या के बाद इन दोनों मौलानाओं के खिलाफ लखनऊ की नाका कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। बिजनौर जिले के किशनपुर आंवला निवासी मौलाना अनवारुल हक के साथ ही भनेड़ा निवासी मुफ्ती नईम ने करीब तीन वर्ष पहले कमलेश तिवारी का सिर कलम करने पर 1.61 करोड़ का इनाम की घोषणा की थीं।
पुलिस ने तड़के 3 बजे अनवारुल हक को उस समय नगीना की नई बस्ती पकड़ लिया है। जब वह भागने की तैयारी में था। पुलिस ने नईम को भी पकड़ लिया है। वहीं हत्या में नामजद मौलाना अनवारुल हक को बिजनौर पुलिस ने उसकी ससुराल से हिरासत में लिया। फिलहाल मौलाना को कहां रखा गया है इसके बारे में पुलिस ने कोई जानकारी नहीं दी है। हालांकि मौलाना से किसी गुप्त स्थान पर रखकर पूछताछ की जा रही है।
गौरतलब है कि 4 दिसंबर 2015 को मौलाना ने बिजनौर में कमलेश तिवारी का सिर कलम करने वाले को 51 लाख रुपये देने की बात कही थी। इसी की चलते कमलेश की पत्नी ने हत्या मामले में मौलाना को नामजद किया है। जिसके बाद पुलिस ने मौलाना को हिरासत में लिया। इस मामले में गुजरात ATS ने देर रात सूरत से 3 लोगों को हिरासत में लिया और अहमदाबाद ले आई। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच की जा रही है।