क्राइम डेस्क. दिल्ली में जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के पास सब इंस्पेक्टर दिनेश कुमार हिंसक भीड़ से घिरे हुए थे. सब इंस्पेक्टर भले ही हथियारों से लैस थे मगर उनके चेहरे पर काफी घबराहट दिख रही थी. भीड़ लगातार उनकी तरफ बढ़ रही थी. लेकिन अमन के फरिश्तों ने उन्हें बचा लिया. असल में, जब दिनेश भीड़ से घिरे हुए थे उसी दौरान मोहम्मद सबिर ने उन्हें देखा. उन्होंने दिनेश की बुलेट प्रूफ जैकेट उतारी और उन्हें सामान्य जैकेट पहनाई. वहीं अबू कमर ने अपनी टोपी दिनेश को पहनाई. बाद में डॉक्टर फहीम बेग ने बाइक पर बैठाकर उन्हें सुरक्षित स्थान पर छोड़ा.वहीं भीड़ से घबराकर एक युवक मस्जिद में चला गया. वह मस्जिद में घुसा ही था कि काफी ज्यादा भीड़ उसके पीछे पीछे वहां आ धमकी. भीड़ चंदन नाम बताने वाले युवक के पीछे लगी हुई थी. लेकिन अफजल खान ने बताया कि उन्होंने भीड़ को दूर किया और कहा कि वो यहां से चले जाएं ये मेरा भाई है. बाद में चंदन को पानी पिलाया गया. बातचीत में पता चला कि वह घर से काम की वजह से निकला था लेकिन हिंसक भीड़ के बीच फंस गया. बाद में उसे सुरक्षित मौजपुर मेन चौक तक छोड़ा गया.
बहरहाल, दिल्ली के उत्तर-पूर्वी इलाके में भड़की हिंसा की वजह से अब तक 41 लोगों की मौत हो चुकी है. किसी भी तरह की हिंसा अब ना हो, इसके लिए दिल्ली पुलिस और पैरा मिलिट्री फोर्स के जवान रात भर हिंसाग्रस्त इलाकों में गश्त कर शांति व्यवस्था बनाए हुए हैं.
रात भर एक साथ तीन-तीन पीसीआर मौजपुर, करावल नगर, भजनपुरा, सीलमपुर, जाफराबाद जैसे इलाकों में सड़कों पर गश्त कर रही हैं. साथ ही सायरन बजाते हुए गलियों के अंदर जाकर संदिग्धों पर नजर भी रख रही हैं.